नई दिल्ली। अपराध शाखा ने कुख्यात शिबेक सिंह उर्फ शिब्बू गिरोह के तीन शूटर दीपक उर्फ गांजा, शाहरुख उर्फ भूरा और जितेंद्र उर्फ लंबू को गिरफ्तार किया है। तीनों दक्षिण दिल्ली के रहने वाले हैं। उनके पास से तीन पिस्टल, दो कट्टा, 11 कारतूस और अपराध में इस्तेमाल की गई स्कूटी बरामद की गई है। इनमें से दो के खिलाफ पहले ही 12 संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। डीसीपी राजेश देव के मुताबिक दीपक शिब्बू गिरोह का सक्रिय बदमाश है। वह दक्षिण दिल्ली का कुख्यात गैंगस्टर है।
गत फरवरी में शिब्बू गिरोह ने विरोधी गैंगस्टर कपिल पंवार पर जानलेवा हमला कर उसे बुरी तरह से घायल कर दिया था। उसके शरीर पर राड से मारने के 16 निशान मिले थे। 16 फरवरी को कपिल जब किसी काम से लाजपत नगर मार्केट में अपनी कार से आया था, शिब्बू व उसके गिरोह के दस-बारह बदमाशों ने उस पर हमला कर दिया था। बदमाश उसकी कार का शीशा तोड़कर फायरिंग करते हुए फरार हो गए थे। पुलिस ने उक्त मामले में सात बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था। चार बदमाश फरार थे।
जांच से पता चला था कि कपिल की भी आपराधिक पृष्ठभूमि है और शिब्बू के साथ उसका विवाद चल रहा है। 29 मार्च को एसीपी संतोष कुमार व इंस्पेक्टर नरेश सोलंकी के नेतृत्व में एसआइ कृष्ण कुमार, उदयवीर सिंह, हवलदार दीपक, नरेंद्र, सिपाही सूर्य देव, घनश्याम व ओमप्रकाश की टीम ने देवली रोड सब्जी मंडी के पास पहले दो बदमाशों को दबोच लिया। उसके पास से स्कूटी जब्त कर ली गई। उनसे पूछताछ के बाद 31 मार्च को दीपक को पीपल चौक, एमबी रोड की रेड लाइट खानपुर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों के पास से पांच हथियार व कारतूस मिले हैं।
दीपक के खिलाफ नेब सराय, टिगरी व अंबेडकर नगर थाने में सात मामले दर्ज हैं। शाहरुख ने पहले लाजपत नगर में शिब्बू के कार्यालय के पास लीज पर कमरा लेकर ओयो होटल का काम शुरू किया था। कोरोना के कारण बिजनेस में घाटा में होने पर उसने शिब्बू गिरोह के साथ आपराधिक वारदात करना शुरू कर दिया। जितेंद्र के खिलाफ भी नेब सराय, टिगरी व मालवीय नगर में पहले के चार आपराधिक मामले दर्ज हैं।