ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस वे पर लगातार तीसरे साल टोल दरों में बढ़ोतरी की संभावना है। एक्सप्रेस वे का संचालन कर रही कंपनी ने टाेल दरों में दो से पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रस्ताव यमुना प्राधिकरण को दिया है।
18 दिसंबर को होगी बोर्ड की बैठक
हालांकि प्राधिकरण बोर्ड टाेल दरों में बढ़ोतरी का फैसला करेगा। प्राधिकरण की बोर्ड बैठक प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल सागर की अध्यक्षता में 18 दिसंबर को होगी। अगर बोर्ड टोल दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर मुहर लगा देता है तो एक्सप्रेस वे का सफर महंगा हो जाएगा।
हर दिन गुजरते 35 हजार वाहन
यमुना एक्सप्रेस वे पर प्रतिदिन तकरीबन 35 हजार वाहन गुजरते हैं। सप्ताहांत में वाहनों की संख्या प्रतिदिन पचास हजार तक पहुंच जाती है। एक्सप्रेस वे का संचालन कर रही कंपनी जेपी इंफ्राटेक ने प्राधिकरण को टोल दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है। यह लगातार तीसरा मौका होगा, जब यमुना एक्सप्रेस वे पर टोल दरों में बढ़ोतरी होगी।
2022 में भी बढ़ाया गया था टोल
इससे पहले एक्सप्रेस वे पर 2021 में टोल दरें बढ़ाई गई थीं। इसमें दो पहिया, कार, जीप आदि को टोल दरों में बढ़ोतरी से राहत देते हुए व्यावसायिक वाहनों के लिए टोल दरों में पंद्रह रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। 2022 में जेपी इंफ्राटेक के प्रस्ताव पर यमुना प्राधिकरणने एक बार फिर टोल दरों में बढ़ोतरी करते हुए दस से लेकर 55 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की थी।
इस बार कितना बढ़ेगा टोल टैक्स
एक सितंबर 2022 से नई टोल दरों लागू की गई थीं। इस बार दो से पांच प्रतिशत टोल दर बढोतरी का प्रस्ताव दिया गया है। 2021 से पहले भी जेपी इंफ्राटेक ने यमुना एक्सप्रेस से पर टोल दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था, लेकिन आईआईटी दिल्ली के सुझावों को पूरी तरह से लागू न कर पाने के कारण प्राधिकरण ने इसे स्वीकार नहीं किया था।