रुद्रपुर : आतंकी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को पैरोल के दौरान भगाने में मदद करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। रिमांड पर हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने पैरोल में भागने के लिए रुपये, शर्ट और वाहन उपलब्ध कराने वाले एक आरोपित को गिरफ्तार किया है।
आरोपित से तीन जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की तैयारी है। जबकि दूसरे की तलाश जारी है। आतंकी गतिविधि में एटीएस के हाथ चढ़े जग्गा को पुलिस तीन दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
मोहित ग्रोवर ने भागने में आर्थिक मदद कराई थी
थानाध्यक्ष गदरपुर राजेश पांडेय पुलिस टीम के साथ कोपा कृपाली गूलरभोज निवासी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को लेकर गूलरभोज रोड से सुखशांति नगर होते हुए काशीपुर रुद्रपुर राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास पहुंचे।
जहां पर तेजा-फौजा से गुजरने पर जग्गा ने गाड़ी रुकवाई और बताया कि यह वही स्थान है, जहां पैरोल के दौरान उसका कुछ लोगों से विवाद हो गया था। जिसकी मरहम पट्टी उसने डाक्टर मोहित ग्रोवर के क्लीनिक में कराई थी। मोहित ग्रोवर ने पैरोल से भागने में उसकी आर्थिक मदद कराई थी। इसके अलावा मोहित ग्रोवर ने उसके लिए शर्ट भी खरीदी थी।
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यही नहीं जेल में उसके साथ रहे चेतन पाहूजा ने भी उसे पैरोल में भागने में मदद की थी। इस दौरान चेतन ने अपने दोस्त की कार से उसे गदरपुर से काशीपुर तक छोड़ा था। पुलिस ने प्रीत कालोनी गदरपुर से चेतन पाहूजा को उठा लिया।
पूछताछ में चेतन पुत्र भूषण लाल पाहूजा ने बताया कि जग्गा का दोस्त होने और उसे भागने में मदद करने वालों के विरुद्ध पुलिस कार्रवाई की बात सुनकर वह डरा था। पुलिस ने चेतन पर गदरपुर थाने में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। उसकी तलाशी में पुलिस को तीन कारतूस जिंदा 315 बोर बरामद हुए।
यूके-06-एवाइ-8433 बाइक से मोनू चीमा के साथ भागा था जग्गा
जग्गा पुत्र गुरमेल सिंह की निशानदेही पर पुलिस उसके घर पहुंची। जहां आंगन में पार्क बाइक यूके-06-एवाइ-8433 की तरफ इशारा करते हुए बताया कि यही बाइक है, जिससे वह मोनू चीमा के साथ पैरोल जंप कर गूलरभोज से भागा था। मोनू चीमा बाइक चलाकर उसे गूलरभोज से गदरपुर तक लेकर गया था।
इस पर पुलिस ने बाइक कब्जे में ले लिया। साथ ही घर के आंगन के दाहिने किनारे की तरफ इशारा करते हुए बताया कि झोपडी के पास जो मटकी है, उसमें तमंचा है। जिस पर पुलिस ने तमंचा व कारतूस बरामद की। पुलिस ने जग्गा पर आर्म्स एक्ट का भी केस गदरपुर थाने में दर्ज कर लिया है।
आइएसआइ से कनेक्शन के संबंध में भी पूछताछ
रिमांड पर खुफिया एजेंसियों ने जग्गा से पूछताछ की। इस दौरान उसके आतंकी संगठन आइएसआइ से कनेक्शन के संबंध में भी पूछताछ की। साथ ही उत्तराखंड में किसी और के तो आइएसआइ से संबंध नहीं है, उसकी भी पूछताछ की। लेकिन वह कुछ नहीं बता पाया। सूत्रों के मुताबिक आइएसआइ संगठन से नौशाद के संबंध थे लेकिन पूछताछ में जग्गा के कनेक्शन नहीं मिले हैं।
नहीं था पछतावा, चेहरे पर शिकन थी गायब
आतंकी गतिविधि में गिरफ्तार जग्गा से पुलिस कस्टडी रिमांड पर घंटों पूछताछ की गई। इस दौरान उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। यही नहीं दिल्ली में की गई हत्या का भी उसे पछतावा नहीं था।
48 घंटे की रिमांड पर आतंकी जग्गा से 30 घंटे पूछताछ, 400 सवाल
आतंकी संगठन आइएसआइ के लिए असलहे व रुपयों के लिए काम करने वाले जग्गा से 48 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर 30 घंटे पूछताछ की गई। इस दौरान आइबी, खुफिया एजेंसियों, एसटीएफ, एसओजी और पुलिस की टीम ने 400 से अधिक सवाल दागकर उससे जानकारी हासिल की।
जिसके बाद पूछताछ की रिपोर्ट तैयार की गई है। जनवरी, 2023 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जग्गा व उसके साथी नौशाद को आतंकी गतिविधि में गिरफ्तार कर उनके पास से भारी तादाद में हथियार बरामद किए थे।
मंगलवार शाम को पुलिस उसे सितारगंज जेल ले आई थी। बुधवार को कोर्ट ने जगजीत सिंह ऊर्फ जग्गा को 48 घंटे की रिमांड पर भेजने के आदेश दिए थे। इसके बाद पुलिस, खुफिया, एसओजी, एसटीएफ और आइबी की संयुक्त टीम ने सिडकुल चौकी में उससे पूछताछ शुरू कर दी थी।
सूत्रों के मुताबिक आइबी, खुफिया, एसटीएफ, एसओजी और पुलिस ने पूछताछ के बाद इनवेस्टिगेशन रिपोर्ट भी तैयार की। पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान आतंकी जग्गा को पुलिस ने गदरपुर, बाजपुर के साथ ही गूलरभोज भी ले गई।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस दौरान पांच-छह अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं। जिन पर पुलिस नजर रखे हुए हैं, ताकि उनकी संलिप्तता के साक्ष्य मिलते ही उनकी गिरफ्तारी की जा सके।
पूछताछ के बाद भेजा सितारगंज जेलएसपी काशीपुर अभय सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम चार बजे रिमांड अवधी पूरी होने के बाद जग्गा को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सितारगंज जेल भेज दिया गया है। जहां से उसे न्यायालय में पेश करने के बाद जल्द ही दिल्ली पुलिस अपने साथ ले जाएगी।
… तो मेरठ के असलहा डीलरों से लेते थे जग्गा और नौशाद असलहे
जग्गा व नौसाद को असलहे सप्लाई करने वाले मेरठ के असलहा डीलर थे। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए असलहा मिलने की बात पुलिस व खुफिया एजेंसियां नकार रही हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक समय पर जग्गा व नौशाद न पकड़े जाते तो फिर उन्हें हैंडलर सुहेल से असलहे मिल सकते थे। जग्गा के कहने पर नौशाद ने उसे मेरठ के असलहा डीलर से तमंचा और कारतूस भी दिलाए थे।
जग्गा पंजाब में अर्शदीप डल्ला के गुर्गों के संपर्क में रहा
बैन आर्गेनाइजेशन इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का प्रमुख और पाकिस्तान में रह रहा लखवीर सिंह रोडे गैंगस्टर अर्शदीप सिंह डल्ला के जरिए अपना आतंकी नेटवर्क तैयार करने में जुटा है।
जग्गा का कनेक्शन भी उनसे मिला था। यही नहीं इससे पहले भी बाजपुर और केलाखेड़ा में शरण लेने वाला आतंकी सुखप्रीत उर्फ सुख पाकिस्तान स्थित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के प्रमुख लखवीर सिंह रोडे व अर्शदीप डल्ला के संपर्क में था।
गस्टर बनने की चाहत में सुहेल के संपर्क में आया जग्गा
पैरोल से भागने के बाद जग्गा बड़ा गैंगस्टर बनना चाहता था। इसके लिए उसे असलहे और रुपयों की जरूरत थी। उस जरूरत को पूरा करने के लिए वह नौशाद के जरिए वह हैंडलर सुहेल के संपर्क में आया था। आतंकी गतिविधि में गिरफ्तारी के बाद दिल्ली एटीएस जग्गा को कुंडेश्वरी भी लाई थी।
साथ ही पुलिस अधिकारियों से आवश्यक जानकारी भी साझा की थी। एसएसपी ने बताया कि जग्गा हल्द्वानी जेल में हत्या और नौशाद रंगदारी में बंद था। जहां उनकी दोस्ती हुई थी। पैरोल पर आने के बाद जगजीत सिंह उर्फ जग्गा फरार हो गया। जिसमें चेतन पाहूजा, मोहित ग्रोवर, जग्गा प्रधान व मोनू चीमा ने उसकी मदद की थी। इनके अलावा कुछ और लोग भी थे।