रुद्रपुर: एनएच-87 में अतिक्रमण की जद में आई 125 दुकानों को आठ बुल्डोजर ने तीन घंटे में ध्वस्त कर दिया। व्यापारियों और कांग्रेसी नेताओं के विरोध को देखते जहां धारा 144 लागू की गई थी, वहीं जिले के साथ ही कुमाऊं भर से पुलिस और पीएसी मुस्तैद की गई थी। साथ ही तड़के ही पुलिस ने विरोध करने वाले पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल समेत 9 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर नजरबंद कर दिया था।
प्रशासन ने धारा 144 भी लागू की
एनएच 87 के चौड़ीकरण के लिए अधिगृहित भूमि पर एनएचएआई को कब्जा दिलाने के लिए गुरुवार रात पुलिस लाइन में जिला और पुलिस प्रशासन अधिकारियों की बैठक हुई थी। जिसके बाद साफ हो गया था कि शुक्रवार सुबह इंदिरा चौक और डीडी चौक के मध्य राम मनोहर लोहिया बाजार में स्थित 125 दुकानों को ध्वस्त कर दिया जाएगा। साथ ही रात 12 बजे के बाद प्रशासन ने धारा 144 भी लागू कर दी थी।
CAG की रिपोर्ट में खुली लापरवाह विभागों की पोल, इन्होंने डुबोई सरकार की लुटिया
ऐसे में व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुबह पांच बजे से ही पुलिस की अलग अलग टीमों ने पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय जुनेजा, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, विधायक किच्छा तिलक राज बेहड़ के पुत्र गौरव बेहड़, अनिल शर्मा, संजय ठुकराल, हरीश अरोरा, तजेंद्र सिंह विर्क को हिरासत में लेकर नजर बंद कर दिया था।
इसके बाद एसएसपी डा.मंजूनाथ टीसी, एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के, एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल, एसपी काशीपुर अभय सिंह, एसडीएम प्रत्यूष सिंह, एसडीएम किच्छा कौस्तुभ मिश्रा की अगुवाई में पुलिस और पीएसी के साथ ही एनएचएआइ के अधिकारी भी बुल्डोजर के साथ डीडी चौक पर पहुंच गए। जहां सुबह आठ बजे से एक के बाद एक कर बुल्डोजर ने डीडी चौक से नगर निगम तक 125 दुकानों को ध्वस्त किया। करीब तीन घंटे तक हुई इस कार्रवाई के दौरान किसी ने भी विरोध करने की हिम्मत नहीं की।
सुबह छह बजे पहुंची पुलिस फोर्स, विरोध करने वाले दिखे गायब
अतिक्रमण ध्वस्त करने से पहले पुलिस और पीएसी की टीम सुबह छह बजे डीडी चौक पर एकत्र हो गई थी। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने पुलिस और पीएसी कर्मियों को जगह जगह तैनात किया। साथ ही व्यापारियों के विरोध को देखते हुए डीडी चौक से बाटा तिराहे तक जगह जगह खुली गलियों में बैरियर लगाकर बंद कर दिया गया।
ताकि कोई भी मौके पर पहुंचकर विरोध न कर सके। जैसे ही आठ बजे अतिक्रमण पर बुल्डोजर चला तो कोई भी विरोध करने के लिए नहीं पहुंचा। गुरुवार रात जहां राम मनोहर लोहिया मार्केट में पहुंचे तमाम व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन का एलान किया था, वहीं कार्रवाई के दौरान विरोध करने कोई भी राजनैतिक और व्यापारी नेता नहीं पहुंचा।
डीडी चौक से इंदिरा चौक तक छावनी में रहा तब्दील
अतिक्रमण हटाने से पहले ही पुलिस ने इंदिरा चौक से डीडी चौक के बीच रूट डायवर्ट कर दिया था। इसके लिए डीडी चौक और इंदिरा चौक पर बैरियर लगाकर पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए थे।
इंदिरा चौक से डीडी चौक की ओर आने वाले वाहनों को गावा चौक से काशीपुर बाइपास रोड होते हुए डीडी चौक की ओर डायवर्ट किया गया था। जबकि डीडी चौक से इंदिरा चौक की ओर जाने वाले वाहनों को किच्छा बाइपास, तीनपानी होते हुए इंदिरा चौक की ओर डायवर्ट किया गया था।
यही नहीं रोडवेज बसों को भी किच्छा बाइपास रोड, तीनपानी से होते हुए इंदिरा चौक की ओर डायवर्ट किया गया था। इंदिरा चौक और डीडी चौक के बीच धारा 144 लागू होने के कारण किसी को भी आने जाने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में करीब एक किलोमीटर के दायरे में चप्पे चप्पे पर कानून और शांति व्यवस्था बनाने को पुलिस और पीएसी ही तैनात थी।
सरकारी कार्य के चलते एनएच 87 में एनएचएआइ और जिला प्रशासन की मौजूदगी में 125 दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया है। विरोध करने वाले कुछ नेताओं को नजर बंद किया गया है। कार्रवाई के दौरान किसी भी प्रकार का विरोध प्रदर्शन या फिर अराजकता नहीं हुई।
– डा.मंजूनाथ टीसी, एसएसपी, यूएस नगर