नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक ही संपत्ति को कई बैंकों में गिरवी रखकर तीन करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने वाले को गिरफ्तार किया है। आरोपित पवन मोघा नारायणा इलाके का रहने वाला है। इस मामले में आरोपित के खिलाफ वर्ष 2020 में प्राथमिकी की गई थी।
पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह के मुताबिक, ग्लोबल फाइनेंस लिमिटेड के प्रतिनिधि ने शिकायत दी कि गणेश ट्रेडिंग कंपनी के मालिक गंभीर और उनकी पत्नी रेणुका ठाकुर ने नारायणा स्थित एक संपत्ति को गिरवी रखकर 2.77 करोड़ रुपये का कर्ज लिया, लेकिन उक्त कर्ज को लौटा नहीं रहे। साथ ही जिस संपत्ति को गिरवी रखा गया है उस पर पहले से ही एक सरकारी बैंक से 1.5 करोड़ रुपये कर्ज लिया जा चुका है। उक्त संपत्ति को बैंक द्वारा नीलाम भी किया जा चुका है।
जांच के क्रम में पता चला कि उक्त संपत्ति का स्वामित्व पवन मोघा और उसकी पत्नी रजनी मोघा के पास था। इन दोनों ने उक्त संपत्ति को कई लोगों को बेचा। आरोपित पवन का संपर्क कुछ वर्ष पहले गंभीर से हुआ। दोनों दोस्त बन गए। दोनों ने आर्थिक तंगी दूर करने के लिए उसी संपत्ति पर दूसरे बैंक से ऋण लेने की साजिश रची। पवन मोघा ने गंभीर की पत्नी रेणुका ठाकुर के पक्ष में उक्त संपत्ति का विक्रय विलेख तैयार किया। इंस्पेक्टर विजय पाल के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने आरोपित पवन को नारायणा इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस फिलहाल इस मामले में अन्य आरोपितों की भूमिका की जानकारी जुटा रही है।
कैब लूट मामले में पुलिस के हाथ खाली
वहीं, 14 अगस्त की रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास चालक को बंधक बनाकर कैब लूटने के मामले में पुलिस के हाथ अभी खाली हैं। पुलिस की कई टीमें बदमाशों का पता लगा रही हैं। बताया जा रहा है कि वारदात में दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय कैब लूटने वाले गिरोह का हाथ हो सकता है। पंप पर कैब में सीएनजी भरवाने के दौरान तीनों बदमाशों के फोटो सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई हैं। फिलहाल पुलिस फुटेज की जांच कर बदमाशों की पहचान का प्रयास कर रही है।
बता दें कि यूपी के मैनपुरी के रहने वाले अनूप सिंह चौहान बदरपुर इलाके में रहते हैं। वह किराये पर लेकर ओला कैब चलाते हैं। 14 अगस्त की रात 12.42 बजे उन्होंने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास से तीन यात्रियों को दादरी के लिए कैब में बैठाया। रिंग रोड के पास सीएनजी भरवाई इसके बाद सुबह 3.25 बजे दादरी के पास बदमाशों ने अनूप के साथ मारपीट की और आंख में पट्टी बांधकर बंधक बना लिया। एक घंटे तक कार चलाते रहे। लगभग साढ़े चार बजे बदमाशों ने अनूप को चलती कैब से पिलखुवा के पास सड़क पर फेंक दिया और कैब लेकर फरार हो गए थे।