ग्रेटर नोएडा। कस्बे में करीब आठ वर्ष पहले एक मामले को लेकर एक व्यक्ति परिवार के अन्य सदस्यों के साथ निर्वस्त्र हो गया था। एक यूट्यूबर द्वारा निर्वस्त्र होने के इस वीडियो को कुछ दिन पहले इंटरनेट मीडिया के एक प्लेटफार्म पर अपलोड कर दिया।
वीडियो जमकर प्रसारित हुआ, जिसके बाद पुलिस ने आरोपित को पंजाब पहुंचकर हिरासत में ले लिया और उसे कोतवाली ले आई। पुलिस का कहना है कि मामले को वर्तमान का दिखाकर वीडियो को प्रसारित किया गया है।
2015 का है वीडियो
ज्ञात हो कि वर्ष 2015 में दनकौर क्षेत्र के एक गांव निवासी एक दलित व्यक्ति की बाइक छीन ली गई थी। पीड़ित का आरोप था कि पुलिस ने इस मामले में शिकायत पर केस दर्ज नहीं किया, जिसके चलते पीड़ित ने अपने परिवार की महिलाओं और पुरुषों के साथ मिलकर कोतवाली से कुछ दूरी पर बाजार में नग्न अवस्था में प्रदर्शन किया था।
ताजा वीडियो बताकर अपलोड किया वीडियो
घटना के दौरान काफी लोगों द्वारा उनका आपत्तिजनक वीडियो बनाया गया था और इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर प्रसारित भी किया गया था। आरोप है कि आरोपित इंद्रजीत यादव द्वारा अपने सब्सक्राइबर बढ़ाने के उद्देश्य से इस वीडियो को वर्तमान का बताकर कुछ दिन पहले प्रसारित किया गया।
वीडियो को छह लाख से अधिक लोगों ने देखा और यह वीडियो गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस के संज्ञान में आने पर इसकी जांच की गई। जांच में पाया कि पंजाब के जालंधर में रह रहे इंद्रजीत यादव नामक युवक द्वारा इस वीडियो को पोस्ट किया गया है, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस दलित परिवार पर अत्याचार कर रही है।
पुलिस ने बताया कि आरोपित मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर का रहने वाला है जो परिवार के साथ विगत कुछ वर्षों से पंजाब में रह रहा है। पुलिस द्वारा आरोपित को पंजाब से हिरासत में लेकर दनकौर कोतवाली लाया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।