दिल्ली में मानवता को तार-तार करने वाला मामला सामने आया है। राजधानी के करोल बाग में 11 साल के मासूम बच्चे के साथ हैवानियत की हद पार करने के साथ ही सिगरेट से दागा गया। मासूम किशोर दो महीने से ज्यादा समय से इस दरिंदगी का शिकार हो रहा था लेकिन डर के मारे उसने किसी को कुछ नहीं बताया। जब उसके प्राइवेट पार्ट से खून निकलना बंद नहीं हुआ तो पैरेंट्स ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। जहां बहुत बार पूछने के बाद उसने आपबीती सुनाई जिसे सुनकर सभी सन्न रह गए।
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को इस मामले में केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि एक व्यक्ति करोल बाग के एक बंद पड़े क्लिनिक के अंदर 11 साल के किशोर के साथ दो महीने से ज्यादा समय तक कुकर्म किया और सिगरेट से भी दागा। पुलिस ने बताया कि पांच जनवरी को शिकायत मिलने के बाद 48 साल के आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी, पीड़ित मासूम का पड़ोसी है, उसने उसके साथ मारपीट भी की थी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 26 दिसंबर को घटना का पता तब चला जब परिवार के सदस्यों ने किशोर के निजी अंगों से खून बहता देखा। अधिकारी ने कहा, ‘उन्होंने उससे खून निकलने के बारे में पूछा लेकिन बच्चा डरा हुआ था और उसने इस बारे में कुछ नहीं बताया।’ जब खून निकलना बंद नहीं हुआ तो परिवार ने उसे 30 दिसंबर को को मध्य दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। बहुत समझाने-बुझाने के बाद, बच्चा टूट गया और उसने परिवार को अपनी आपबीती बता दी।
बच्चे ने बताया कि नवंबर से आरोपी उसके साथ अननैचुरल सेक्स कर रहा है और उसे प्रताड़ित करता है। अधिकारी ने कहा, ‘पिछले साल 27 दिसंबर को, आरोपी उसे फिर उसे बंद पड़े क्लिनिक ले गया, चमड़े की बेल्ट से उसकी पिटाई की, सिगरेट पीने के लिए मजबूर किया और उसका यौन उत्पीड़न किया, जिसकी वजह से उसके प्राइवेट पार्ट्स में चोटें आईं। आरोपी ने नाबालिग को सिगरेट से भी दागा।’ दूसरे पुलिस अधिकारी ने कहा, एक ‘क्लिनिक में कई जले हुए सिगरेट के टुकड़े मिले हैं, जहां दो महीने तक कथित यौन उत्पीड़न किया गया।’ बच्चे की काउंसलिंग करवाने के बाद उसका बयान दर्ज किया गया।