ट्रांस हिंडन। पसौंडा में गुरुवार रात हुए जसवंत हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए उनकी पुत्रवधु और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि मृतक की पुत्रवधु पति की मौत के बाद ससुर जसवंत द्वारा खर्चा ना देने और संपत्ति में हिस्सा ना देने से खफा थी। हत्याकांड के लिए उसने अपने परिचित को साथियों संग बुलाया था। योजना घर में गहने चोरी करने की थी, लेकिन बुजुर्ग के नींद से जागने पर उनके हाथ पैर बांधकर हत्या कर दी। मामले में एक आरोपी फरार है। पुलिस ने लूटे गए गहने और नगदी बरामद कर ली है।
एसपी सिटी ट्रांस हिंडन ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक गुरुवार की रात हत्या के समय परिवार के अन्य सदस्य एक बच्चे का मुंडन संस्कार करने गए हुए थे। घर में जसवंत सिंह, उनकी पुत्रवधू कविता और कविता का पुत्र तुषार मौजूद थे। शुक्रवार को मृतक के बेटे पंकज ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराते हुए अपनी भाभी कविता पर शक जताया था। 16 जुलाई को टीलामोड़ पुलिस ने कोयल एनक्लेव के पास से घटना को अंजाम देने वाले इरशाद, नौशाद व साजिद को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर मृतक की पुत्रवधु कविता ने बताया कि दो वर्ष पूर्व उसकी मुलाकात टैक्सी चलाने वाले परवेज से हुई थी। परवेज के जेल चले जाने के बाद परवेज के मोबाइल से ही उसकी मुलाकात इरशाद से हुई। इरशाद और कविता का अनेकों स्थान पर मिलना जुलना भी शुरू हो गया। इसी दौरान उसने अपने ससुर जसवन्त की शिकायत इरशाद व परवेज से करते हुए बताया कि उसके ससुर उसके पति की मृत्यु के बाद खर्चा नही देते और ना ही संपत्ति में हिस्सा दे रहे हैं। साथ ही उस पर आप लोगो से मिलने का शक भी करते हैं। क्यों ना इसे रास्ते से हटा दिया जाए। ईद का त्यौहार आने के कारण इरशाद को कुछ पैसों की जरूरत पड़ी तो उसने कविता से बात की।
ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम
कविता ने इरशाद को बताया कि उसके पास पैसा नही है, लेकिन उसका देवर कुछ दिन बाद राजस्थान बाबा मोहनराम के मन्दिर अपने बेटे का मुन्डन कराने जा रहा है। उस दिन घर आ जाना में घर के मैन गेट का ताला खोल दूंगी और दोनों ही काम हो जायेगे। कविता ने ही उनसे मकान से चोरी कर लेने और ससुर को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। योजना के मुताबिक घटना वाले दिन रात्र 11 बजे चारों लोग घर पर कविता के द्वारा अपने मोबाइल के माध्यम से बुलवाये गये और कविता ने ही उन्हें मेन गेट का ताला खोलकर घर में घुसाया। इस दौरान पंकज के कमरे की अलमारी का ताला तोड़ते समय आवाज होने से बुजुर्ग की आंख खुल गई। घर में घुसे अज्ञात लोगों को देखकर बुजुर्ग ने चोरी की वारदात का विरोध किया। बुजुर्ग द्वारा विरोध करने पर सभी ने उसी के बैड पर हाथ पैर बाँधकर पीट-पीट कर हत्या कर दी और सारा सामान लूटकर योजना के मुताबिक कविता को उसके बैड पर हाथ बाँधकर चले गये थे। मामले में चार आरोपी पकड़े गए हैं जबकि एक आरेापी परवेज फरार है।
फोन के जरिए आरोपियों के संपर्क में थी कविता
कविता के एक फोन की जानकारी पुलिस को मिली जिसका पता परिजनों को नहीं था। जसवंत हत्याकांड वाले दिन भी कविता की इसी फोन से आरोपियों से बात हुई थी। फोन को सर्विलांस पर लगाकर तथा सीडीआर खंगालने के बाद कविता से जब आरोपियों के बारे में सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई पुलिस को बता दी।
आरोपियों से बरामद सामान
कान का एक कुंडल, हाथ के कंगन, कगड़ी, लक्ष्मी के दो सिक्के, दो कटोरी, एक गिलास, एक मंगलसूत्र, एक चम्मच, एक बिछुआ घूंघरू वाला, 5600 रूपए की नकदी, तीन मोबाइल और एक बाइक बरमद हुई है।