ग्रेटर नोएडा। साहब पति की मौत हो गई। एक बेटा है वह भी मानसिक विक्षिप्त है। पेंशन के लिए पिछले कई महीनों से चक्कर काट रहीं हूं। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही कुछ तो रहम करिए। घर की आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी अच्छी नहीं है। कुछ समझ नहीं आ रहा क्या करूं। होशियारपुर गांव की रहने वाली बीना ने जब अपनी दर्द बयां किया तो समीप खड़े लोगों का दिल भी पसीज गया।
क्या करूं समझ नहीं आ रहा
बीना ने बताया कि पति किसी तरह परिवार का भरण पोषण कर रहे थे, एक बेटा है वह भी मानसिक विक्षिप्त है। किसी तरह परिवार का गुजारा चल रहा था, लेकिन न जाने किस की नजर लग गई। माली हालत बिल्कुल भी ठीक नहीं है। बेटे को छोड़कर कहीं काम पर भी नहीं जा सकती। हमेशा डर लगा रहता है। क्या करूं समझ नहीं आ रहा। बीना अपनी पड़ोसी बिंदू देवी के साथ विकास भवन पहुंची थी। हालांकि, समाज कल्याण अधिकारी के न मिलने पर उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
Greater Noida Encounter: पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश को लगी गोली, कब्जे से चोरी की बाइक और तमंचा जब्त
बीना ने बताया कि वह परिवार के साथ पिछले 15 सालों से होशियारपुर गांव में रह रही है। खुद का मकान भी नहीं है। परिवार किराये पर रहकर किसी तरह गुजर-बसर कर रहा था। पति के चले जाने के बाद गृहस्थी चलाना उनके लिए मुश्किल हो गया है। उनके बाद बेटे का क्या होगा, हमेशा चिंता सताती रहती है।
अधिकारियों ने दिलाई मदद की उम्मीद
पेंशन के साथ आर्थिक मदद की उम्मीद में प्रशासन से गुहार लगाई है, लेकिन आर्थिक मदद तो दूर पेंशन भी नहीं मिली। बीना के साथ ही होशियारपुर गांव की फर्जाना भी पेंशन की गुहार लेकर विकास भवन पहुंची थी।
फर्जाना ने बताया कि करीब चार महीने पहले पति की मृत्यु हो गई। उसका एक दस साल का बेटा है। पेंशन के साथ शासन से मिलने वाली आर्थिक मदद (राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना) के तहत आवेदन किया था, लेकिन अभी तक कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है।