नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के कार्यालयों का काम आगामी 10 दिनों तक प्रभावित रहेगा। बता दें कि, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यूपी इन्वेस्टर्स समिट का कार्यक्रम होने जा रहा है। यह कार्यक्रम लखनऊ में 10 फरवरी से लेकर 12 फरवरी तक चलने वाला है। इस कार्यक्रम में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के काफी अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
बताया जा रहा है कि, एसीईओ से लेकर ओएसडी और वरिष्ठ प्रबंधक तक लखनऊ जाने वाले हैं। जिसकी वजह से आगामी करीब 10 दिनों तक तीनों प्राधिकरण का कामकाज प्रभावित होने वाला है। आम जनता को इससे परेशानी हो सकती है।
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30 से अधिक अधिकारियों का लगी है ड्यूटी
मिली जानकारी के अनुसार, अगले 48 घंटे के भीतर तीनों प्राधिकरण के अधिकारी लखनऊ के लिए रवाना होने वाले हैं। बताया ये भी जा रहा है कि, तीनों प्राधिकरण के करीब 30 अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लखनऊ के यूपी इन्वेस्टर्स समिट में लगाई गई है। ऐसे में अगर काफी जिम्मेदारियों को संभालने वाले अधिकारी और प्राधिकरण के कर्मचारी लखनऊ चले जाएंगे तो करीब 10 दिनों तक तीनों प्राधिकरण में कार्य प्रभावित हो जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि, ऐसे में कार्यालयों में अपने काम से आने वाली आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
यूपी इन्वेस्टर्स समिट में गौतमबुद्धनगर की होगी धमक
जानकारी के लिए आपको बता दें कि, यूपी इन्वेस्टर्स समिट के लिए तीनों प्राधिकरण ने अरबों रुपए का निवेश हासिल कर लिया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का असर पूरे विश्व में देखा जा रहा है। वैसे तो यमुना प्राधिकरण को 80 हजार करोड़ रुपए के निवेश लाने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन अब यह सीमा तय लक्ष्य से भी आगे पहुंच गई है। इस बार यूपी इन्वेस्टर्स समिट में गौतमबुद्धनगर की धमक देखने को मिल सकती है। बता दें कि, इसके अलावा उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण जिले जैसे कि गाजियाबाद, हापुड़, गोरखपुर और लखनऊ भी कम नहीं रहेंगे। इस बार यूपी इन्वेस्टर्स समिट में 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।