नई दिल्ली। कोंडली स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में मोटर ठीक करने के लिए उतरे यशदेव और नितेश के परिवार का रो रोकर बुरा हाल हो रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही परिवार के सदस्य प्लांट पर पहुंच गए। परिवार का आरोप है कि बिना सुरक्षा उपकरण के दोनों को टैंक में मोटर ठीक करने के लिए उतारा गया, अगर उनके पास उपकरण होते तो शायद वह जीवित होते। यशदेव की चार महीने पहले ही शादी हुई थी, पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी बेसुध हो गई है।
जानकारी के अनुसार यशदेव के परिवार में पिता गजे सिंह, मां ओमवती, पत्नी भावना के अलावा कई सदस्य हैं। यशदेव के रिश्तेदार राहुल ने बताया कि यशदेव की चार महीने पहले ही शादी हुई थी, घर में खुशी का माहौल था।
यशदेव पिछले पांच वर्ष से सीवरेज प्लांट में नौकरी कर रहा था, वह सुबह साढ़े सात बजे घर से नौकरी के लिए निकल जाता था। बुधवार देर शाम को प्लांट में काम करने वाले एक कर्मचारी ने फोन करके परिवार को सूचना दी कि यशदेव की टैंक में डूबने से मौत हो गई है। वहीं नितेश के परिवार में पिता सतेंद्र, मां राजेश व भाई विकास कुमार है। नितेश की शादी नहीं हुई थी। उसके परिवार का कहना है कि हादसे के लिए जो भी दोषी है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।