योट्टा इंफ्रास्ट्रक्चर उत्तर प्रदेश में अगले 5-7 वर्षों के दौरान डेटा सेंटर कारोबार में 39,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। हीरानंदानी ग्रुप की फर्म ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
योट्टा इंफ्रास्ट्रक्चर के सह-संस्थापक और चेयरमैन दर्शन हीरानंदानी ने योट्टा डी1 डेटा सेंटर की शुरुआत के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों से कहा कि यह निवेश डेटा सेंटर परिसर के निर्माण, आईटी उपकरणों और अन्य हार्डवेयर को खरीदने के लिए किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस परिसर में और इसके आसपास 39,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। पहली इमारत पहले ही बन चुकी है… हमने दो अन्य भवनों के लिए काम शुरू कर दिया है, जो 12-15 महीनों में पूरा हो जाएगा। हम प्रत्येक 18 महीने में एक भवन तैयार करेंगे। उक्त निवेश प्रतिबद्धता में योट्टा डी1 के लिए किया गया निवेश शामिल है।
योट्टा इंफ्रास्ट्रक्चर के सह-संस्थापक और सीईओ सुनील गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक डेटा सेंटर पर 6,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निवेश प्रतिबद्धता छह डेटा सेंटर के लिए है। हमने पहले ही डी2 और डी3 के लिए काम शुरू कर दिया है, जो 12-15 महीनों में तैयार हो जाएगा।
कंपनी ने ग्रेटर नोएडा स्थित अपने डेटा सेंटर पार्क में लगभग 1,500 करोड़ रुपये के निवेश के साथ योट्टा डी1 की स्थापना की है। इसके अलावा अगले दो डेटा सेंटर भवनों – योट्टा डी2 और डी3 का शिलान्यास किया गया है। कंपनी योट्टा डी1 में आईटी उपकरणों के लिए 5,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी।
यूपी के पहले डेटा सेंटर ”योट्टा डी-1” का आज लोकार्पण करेंगे सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को नोएडा में राज्य के पहले डेटा सेंटर ‘योट्टा डी-1’ का लोकार्पण करेंगे। राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि योगी आज शाम नोएडा में बने राज्य के पहले डेटा सेंटर ‘योट्टा डी-1’ का लोकार्पण करेंगे। यह सेंटर 20 महीने में बनकर तैयार हुआ है। इसे हीरानंदानी ग्रुप ने बनाया है।
निर्माण पर 5 हजार करोड़ की आई लागत
इस परियोजना का शिलान्यास दिसंबर 2020 में हुआ था। मार्च 2021 से डेटा सेंटर का निर्माण कार्य शुरू हुआ और 20 महीने के बाद आज 31 अक्टूबर को इसका मुख्यमंत्री योगी लोकार्पण करेंगे। लगभग तीन लाख वर्ग फीट क्षेत्र में बने ‘योट्टा डी-1’ के निर्माण की कुल लागत 05 हजार करोड़ रुपये आई है। इसकी पहली बिल्डिंग की क्षमता 5000 सर्वर रैक की है। ‘योट्टा डी-1’ डेटा सेंटर में कुल 06 बिल्डिंग बनेंगी, जिसमें 30 हजार सर्वर रैक की क्षमता होगी। ‘योट्टा डी-1’ में 28.8 मेगावाट आईटी पावर की सुविधा है, जिससे तकरीबन 48 घंटे का आईटी पावर बैकअप मिल सकेगा। इतना ही नहीं ‘योट्टा डी-1’ में करीब 250 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी होगा।