लखनऊ । आगरा के निकट यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे का शिकार हुए दिवंगत पत्रकार मुरली मनोहर सरोज के परिजनों की सरकार आर्थिक मदद करे। इस हृदयविदारक हादसे में पत्रकार की पत्नी, सास, साली व ड्राइवर की मौत हो गयी थी। दिवंगत पत्रकार के दो नाबालिक बच्चे है। माँ-बाप का सर से साया उठ जाने कि वज़ह से अनाथ हुए इन बच्चो को आर्थिक मदद की बेहद आवश्यकता है।
यह बात गुरुवार को बंगला बाजार नहर पुल चौराहे पर लगी गौतमबुद्ध की प्रतिमा पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में एकजुट हुए समस्त पत्रकारों ने एक स्वर में कही। पत्रकारों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि इस अनाथ हुए बच्चो की शिक्षा व लालन पालन के लिए इनको मदद की जाय।
पत्रकारों ने हादसे में शिकार हुए दिवंगत पत्रकार मुरली मनोहर सरोज की याद में शोक सभा का आयोजन किया गया । पत्रकारों ने दीपांजलि के साथ दिवंगत साथी पत्रकार के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर दो मिनट का मौन रख ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना भी की । इस मौके पर संपादक सुशील दुबे, वरिष्ठ पत्रकार राकेश यादव के अलावा सरोज सिंह , स्वामी नाथ मिश्र , जितेंद बहादुर सिंह , विक्रम यादव , अंशुमान दूबे , अवधेश सिंह , निशीकांत त्रिवेदी , पीके शुक्ला , अशोक यादव , सुरेंद्र प्रजापति , दयाशंकर शास्त्री , ज्ञान अग्निहोत्री , अमित श्रीवास्तव , अलका श्रीवास्तव , गीतांजलि सिंह , राहुल सैनी , सोनू पाल , विजय राजपूत , सुनील सिंह “रॉकी” समेत सैकड़ो की संख्या में एकत्र पत्रकारों ने मुरली मनोहर सरोज की कार्यकुशलता , व्यवहार व आचरण का स्मरण करते हुए कहा कि हम सब के बीच से एक अच्छा इंसान व पत्रकार चला गया जिसकी भरपाई कर पाना स्वाभाविक नही । मुरली मनोहर सरोज सशरीर हम सबके बीच नही रहे लेकिन उनकी स्मृतियां सदैव हम सब के साथ होंगी । इस मौके पर एकत्र पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि मुरली मनोहर हम सब के बीच से चले गए लेकिन अपने दो बच्चों के लालन – पालन व शिक्षा की बड़ी जिम्मेदारी हम सब के कंधे पर छोड़ गए है । उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मानवीय संवेदनाओं के दृष्टिगत सरकार दिवंगत पत्रकार के दो मासूम बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मुफ्त शिक्षा व आर्थिक मदद दी जाए ।