इटावा । प्रदेश में अवैध खनन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती का असर अब दिखने लगा है। इटावा में मध्य प्रदेश से सटी चंबल की सीमा से अब अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए चार टीमें गठित कर दी गई हैं। ये टीमें उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में लगातार निगरानी करेंगी।
टीम में सीओ, एआरटीओ व खनिज विभाग के अधिकारी हैं।जिलाधिकारी शमीम अहमद खान ने शनिवार को उदी के आगे मध्य प्रदेश सीमा का निरीक्षण किया और यहां बनाए गए चेकिंग प्वाइंट को एसएसपी शिवहरि मीना के साथ देखा। उन्होंने बताया कि अवैध खनन पूरी तरह बंद करा दिया गया है। जिले में उदी व चकरनगर के रास्ते बालू व मौरंग का अवैध खनन होता है। जिसमें मध्य प्रदेश से बड़ी मात्र में ट्रक बालू व मौरंग भरकर सीमा में प्रवेश करते हैं।
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नियमानुसार एक राज्य से दूसरे राज्य में माल को नहीं ले जाया जा सकता। खनन के लिए दिया जाने वाला प्रपत्र-11 केवल राज्य के लिए दर्ज होता है। इस संबंध में शासन व हाईकोर्ट द्वारा भी निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि वे चंबल की दो सीमाओं व भरथना इलाके में नियमित चेकिंग करेंगे। जिले की सीमा में खनन करके आने वाले वाहनों को सीज कर दिया जाएगा।
इसके अलावा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सड़कों को खराब करने वाले ओवरलोड वाहनों को चिह्नित कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएं। वर्तमान में मध्य प्रदेश सीमा पर उदी से लगने वाले भिंड जनपद में करीब दो हजार ट्रक प्रवेश के लिए खड़े हुए हैं। इसको लेकर ट्रक मालिक काफी परेशान हैं।
उन्होंने शुक्रवार को जिलाधिकारी शमीम अहमद खान से गुहार लगाई थी। हालांकि वहां पर भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली। जिलाधिकारी ने साफ तौर पर जनपद प्रवेश की अनुमति देने से इन्कार कर दिया है।