दुबई और यूरोपीय देशों की तर्ज पर अब नोएडा में भी कोई सड़क पर चलने वाला वाहन नियम नहीं तोड़ पाएगा और अगर ऐसा हुआ तो सड़क किनारे लगा ये रेडार आपके नियमो का ख्याल रखेगा और बिना किसी के पता चले आपके गाड़ी की तस्बीर कैद करने के साथ ओवरस्पीड माप लेगा। आप हेलमेट नहीं पहने हो ये भी सूचना ट्रैफिक पुलिस को दी जाएगी। जिसके मुताबिक आपका चालान काट दिया जाएगा। जिससे किसी भी तरह से अब आप नियमो का उलंघन नहीं कर सकते।
सड़क के किनारे लगा ये खम्बा नहीं वल्कि एक ऑटोमैटिक ट्रैफिक डिडेक्टर( रडारयुक्त कैमरे) है। इसका काम सड़क पर चल रहे यात्रिओं और उनकी गाड़िओ पर नजर रखना है कि वो कितनी स्पीड में चल रही है और क्या नियम फॉलो कर रही है। सड़क पर चलती कोई भी गाड़ी ट्रैफिक नियम नहीं अपनाती है तो ये तुरंत अपने कैमरे में कैद कर लेगा। और ट्रैफिक पुलिस को ऑनलाइन आंकड़ा देता है। कितने वाहनों ने ट्रैफिक नियमो का पालन नहीं किया है। अभीतक इसे एक परिक्षण के तौर पर लगाया गया था और इसका परिक्षण होता दिख रहा है इसलिए ट्रैफिक पुलिस इसे यमुना एक्सप्रेस-वे और नॉएडा ग्रेटर नॉएडा एक्सप्रेस-वे, एलिवेटेड रोड के साथ मुख्य जगह पर लगाने की तैयारी कर रही है।
ट्रैफिक पुलिस के अधिकारिओं का कहना है कि यह तकनीक अभी दुबई और कुछ यूरोपीय देशों में ही काम कर रही है। भारत में पहली बार नोएडा से इसकी शुरुआत हुई है। फ्रांस की एक कंपनी ने यह उपकरण ट्रायल के लिए लगाया है। रेडार डिटेक्टर महामाया फ्लाईओवर से आगे चलकर दलित प्रेरणा स्थल के पास लगाया गया है। इसने अबतक करीब ढाई हजार वाहनों द्वारा नियम तोड़ने का आंकड़ा दिया है।