नोएडा : पुलिस का शिकंजा कसते ही कुख्यात कबूतर,केतु, अली और मुश्ताक गिरोह के तीस से अधिक शातिर बदमाश सलाखों के पीछे पहुंच गए। आकाओं के जेल पहुंचते ही नोएडा सहित पूरे जिले में चार पहिया वाहन चोरी के मामले में कमी आ गई, लेकिन ठंड की आहट के बीच शहर में वाहन चोरों का गिरोह फिर से सक्रिय हो गया है। पिछले हफ्ते सेक्टर-22 के डी ब्लाक में जिस प्रकार से कारोबारी अनिल चौहान की फार्च्यूनर चोरी हुई है,पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। यहां गाड़ी को हैकर्स ने लैपटाप के जरिये लाक कर लिया और कार का शीशा तोड़कर अंदर दाखिल हुए और कार चोरी कर फरार हो गए।
एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि शहर में फिर से शुरू हुई चौपहिया वाहनों की चोरी में एक नए गिरोह का नाम सामने आया है। जल्द ही इस पूरे नेटवर्क को तबाह कर दिया जाएगा। इसके अलावा छोटे दोपहिया वाहनों की चोरी करने वाले मुस्तकीम गिरोह के कुछ शातिर कुछ दिन पहले जेल से बाहर आए हैं। उसके और उसके गुर्गो पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। बीते माह अलग-अलग कोतवाली क्षेत्र से छह चार पहिया वाहन चोरी होने के मामले सामने आए हैं। हाल के दिनों में दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय हुए मणिपुर के गिरोह पर भी पुलिस की निगाहें हैं। एसीपी ने बताया कि मई से जुलाई के बीच कमिश्नरेट पुलिस ने सात बड़े वाहन चोर गिरोह के नेटवर्क को तबाह किया है।
90 थानों से मांगी गई है जानकारी:
जिले में वाहन चोर गिरोह फिर से सक्रिय न हों इसके लिए उत्तर प्रदेश सहित शहर से सटे सीमावर्ती राज्यों के कुल 90 थानों और कई जेल से वाहन चोर गिरोह के सदस्यों के बारे में जानकारी मांगी गई है। कोविड-2 के दौरान जेल में बंद बहुत से वाहन चोर पैरोल पर बाहर हैं। इन वाहन चोरों पर भी पुलिस की नजर है। आन डिमांड चोरी होती है लग्जरी गाड़ियां एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि शहर से जितनी भी लग्जरी गाड़ियां चोरी होती हैं,आधे से ज्यादा आन डिमांड चोरी होती हैं। छोटी गाड़ियों को काटकर बेच दिया जाता है। लग्जरी वाहन को कश्मीर और मणिपुर सहित अन्य स्थानों पर भेज दिया जाता है।