नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए वित्त वर्ष 2021-22 के बजट की सराहना की है। डब्ल्यूएचओ की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र पर जो विशेष ध्यान रखा गया है, वो कोरोना महामारी से लड़ने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिये आत्मनिर्भर पैकेज के तहत 27.1 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की गई है।
डॉ पूनम ने कहा, ‘बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए जो घोषणा की गई है, वो मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों के निर्माण के लिए भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। वैसे, कोरोना काल के शुरुआत से ही भारत में सक्रिय रूप से महामारी का प्रबंधन किया गया है। इसके परिणाम भी पूरे विश्व के सामने हैं।’ बता दें कि भारत ने कोरोना महामारी पर काफी हद तक काबू पा लिया है। कोरोना के मामले भी काफी कम हो गए हैं, वहीं कई पश्चिमी देशों में हालात बेकाबू हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘भारत ने न केवल अपने देश के लिए यह किया है, बल्कि यह दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र के अन्य देशों की भी महामारी से लड़ने के लिए मदद की है। अब अन्य देशों को वैक्सीन भी दे रहा है, ताकि जो लोग कमजोर हैं, उन तक भी इलाज पहुंच सके।’ गौरतलब है कि भारत ने कई पड़ोसी देशों को मुफ्त में लाखों वैक्सीन भिजवाई हैं। इसके अलावा 92 देशों ने भारत से वैक्सीन के लिए संपर्क किया है।
निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट-2021 में हर क्षेत्र के बारे में ध्यान रखा गया है। एक तरफ जहां किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कदम उठाए गए हैं। वहीं 75 साल से अधिक के बुर्जुर्गों को आय कर रिर्टन भरने से छूट दी गई है। इधर, देश में करीब 100 नए सैनिक स्कूल बनाए जाएंगे। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ के फंड का एलान किया गया है।