नीरज शर्मा खबर
बुलंदशहर: जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिए शुक्रवार को जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने कलेक्ट्रेट आफिस में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के साथ बैठक कर समीक्षा की।
डीएम ने कहा कि जनपद में संक्रमण की रोकथाम के लिए एक बार फिर से विशेष सर्विलांस अभियान चलाकर घर-घर सर्वे किया जाये। सर्वे में गंभीर और लंबी बीमारी से ग्रसित मरीज़ों की सूची तैयार की जाए। सूची पर परिवार के मुखिया सदस्य के हस्ताक्षर लिए जाए। डीएम ने अफसरों को सही रिपोर्टिंग की भी हिदायत दी।
इसी के साथ कोविड लक्षणयुक्त व्यक्तियों , जो बुख़ार , खाँसी , साँस में दिक़्क़त वाले हैं , उनकी भी सूची बनाया जाए । लम्बी बीमारी और लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूची बनाक़र बाद में उसका फ़ॉलो अप की कार्यवाही, जैसे आशा द्वारा उनके स्वास्थ्य की निगरानी करना, सैम्पल लेकर टेस्ट करना, स्वास्थ्य बिगड़ने पर तुरंत इलाज करना आदि कार्यवाही की जाए। ऐसा करने से जहां संक्रमण नहीं फैल पायेगा ,वहीं दूसरी तरफ़ मृत्यु में भी कमी आएगी। साथ ही संदिग्ध लोगों का एंटीजन, आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाये। बुजुर्ग व्यक्तियों की प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य जांच करायी जाये।
उन्होंने कहा कि टीम के सदस्यों द्वारा आरोग्य सेतु एवं आयुष कवच एप को डाउनलोड कराते हुए एप में बताये गये नुस्खों का प्रयोग करने की अपील भी की जाये। जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि विशेष सर्विलांस अभियान के समाप्त होने पर सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों द्वारा प्रमाण पत्र दिया जायेगा कि सर्वे के दौरान उनके क्षेत्र के अन्तर्गत कोई भी लंबी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति ट्रेसिंग से छूटा नहीं है। यदि इसके उपरान्त भी कोई गंभीर एवं लंबी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति संज्ञान में आता है जिनकी कोविड से मृत्यु होती है तो जाँच की जाएगी । जाँच में यदि यह पाया गया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर आकर उपर्युक्त सूची नहीं बनायी है या सूची बनाने के बाद कभी स्वास्थ्य की जानकारी लेकर फ़ॉलो अप में इलाज या अन्य कार्यवाही नहीं किया गया है तो सम्बंधित प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाएगी । उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति की शत प्रतिशत रूप से काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग सुनिश्चित की जाये। काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग रिपोर्ट प्रतिदिन प्रेषित करते हुए उसे आॅनलाइन फीड कराया जायें। बैठक में सीएमओ डाॅ0 भवतोष शंखधर सहित स्वास्थ्य विभाग के कुछ अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।