हौसले बुलंद कर रास्ते पर चल दे, तुझे तेरा मकाम मिल जाएगा, अकेला तू पहल कर काफिला खुद ही बन जाएगा।
आज हमारी सामाजिक संस्था ईएमसीटी हमेशा की तरह एक बार फिर से एक प्रयास किया जिसका नाम खुशियों का दीया’ – ये दीए जो मासूम चेहरों पर मुस्कान लाते है हर दिवाली और हम सभी के घरो को रोशनी से भर देते हैं। हम नए कपडे ख़रीदते है , मिठाई बांटते हैं और आतिशबाजी का लुत्फ उठाते हैं। आइये इस बार हम मिलकर दिवाली अलग अंदाज में मनाते हैं।
हमारी एक पहल “खुशियों का दीया“ -मासूम चेहरे पर मुस्कान लाते हैं। जिसमें स्कूल के बच्चों द्वारा पैंट किए गए जिसे प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों के बीच दिखाया जाएगा यदि कोई इन दीयों को ख़रीदता है तो उस अनुदान को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों की दिवाली में ख़ुशियाँ बाटी जाएगी।
ये छोटा सा प्रयास उन घरों में भी थोड़ी खुशियां लाने के लिए है जो अपना जीवन बसर के लिए दूसरों पर आश्रित हैं।
इसी संदर्भ में ग्रीनआर्च सोसाईटी के चाक एंड डस्टर प्ले स्कूल एवं ए॰डी॰सी॰ डान्स स्कूल के बच्चों एवं उनके पेरेंट्स द्वारा एक नेक कार्य के लिए ख़ुशियों के दीया सजावट का कार्य किया गया और उन सभी नन्हें हाथों से किया गया प्रयास एक प्रदर्शनी में रखा जाएगा जिससे होने वाली राशि का प्रयोग दिवाली ग़रीबों में बाटने वाले गिफ़्ट में किया जाएगा इस प्रतियोगिता में प्रथम कनिष्का ,द्वितीय प्रांशुल, तृतीय अनाया एवं विराज रहे।
चाक एंड डस्टर स्कूल की सेंटर कोऑर्डिनेटर झिल्लिक रॉय चौधरी, प्रियंका सिंह , गीता तोमर , शीला एवं अन्य अध्यापिकाए मौजूद रही।
ईएमसीटी टीम से सौम्या, अनामिका सारस्वत, शीटू वर्मा, भुवन जीत कौर , अमित गिरी एवं रश्मि पाण्डेय उपस्थित रहे।