ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में मैसी फ्रैंकफर्ट इंडिया द्वारा गुरूवार को तीन दिवसीय एलईडी और मीडिया एक्सपो की शुरुआत की गई। कोरोना की वजह से इस बार भारतीय कंपनियों की संख्या बढ़ी है, जबकि चीन की कंपनियां एक्सपो से किनारा कर रही हैं। एक्सपो में नए इनोवेशन और सोलर पावर उपकरणों पर काफी जोर दिया गया है। अगले साल नवंबर माह में दिल्ली के प्रगति मैदान पर एलईडी एक्सपो होगा, जिसके लिए संस्थान ने तैयारी शुरू कर दी है।
कंपनी के प्रबंधन निदेशक राज मानेक ने बताया कि प्रदर्शनी के जरिए घरेलू व्यापार को बढ़ावा देने का प्रयास है। प्रदर्शनी में हिस्सा लेने वाले 20 प्रतिशत से ज्यादा प्रदर्शक स्थानीय निर्माता हैं, जो मेले में पहली बार हिस्सा ले रहे हैं। देशभर के 100 से भी अधिक स्थानीय निर्माता टेक्नोलॉजी मेले में अपने एलईडी उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद बाजार में कई चीजें निकलकर सामने आई हैं। इस बार बाजार में बिजली के बजाए सोलर पावर पर जोर दिया गया है। वहीं, रजत खरबंदा ने बताया कि साल 2021 से 2027 के दौरान देश के एलईडी लाइटिंग बाजार में 24.6 प्रतिशत की सीएसआर दर्ज करने की उम्मीद है, जबकि 2021 के अंत तक भारत में एलईडी लाइटिंग का कारोबार लगभग 3.3 बिलियन अमेरिकी डालर तक पहुंचने का अनुमान है। इसके अलावा बिजली की कमी और उच्च बिजली लागत के कारण भारत में एलईडी लाइटिंग के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं।