12वीं के छात्र मनीष की मौत का मामला बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। परी चौक पर जिस तरह से सोमवार रात नाइजीरियन युवकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। उससे मामला बेहद तनावपूर्ण हो गया है। परी चौक से दौड़ा कर प्रदर्शनकारियों ने नाइजीरियन युवकों को अंसल मॉल के अंदर घेर लिया।
भीड़ को उग्र होता देख पुलिस ने नाइजीरियन युवकों को सुरक्षित अंसल मॉल से बाहर निकाला। उन्हें पुलिस की गाड़ियों से सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया। वहीं, स्थानीय लोगों की पिटाई से घायल तीनों नाइजीरियन युवकों का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
उपद्रवियों ने बिगाड़े हालात
अंसल मॉल के अंदर से दो दर्जन नाइजीरियन युवकों को पुलिस ने कड़ी सुरक्षा घेरे के बीच बाहर निकाला। प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की। परी चौक पर हो रहे कैंडल मार्च के बीच में अचानक उपद्रवियों ने हालात बिगाड़ दिए। उपद्रवियों ने अंसल मॉल को चारों तरफ से घेर लिया था। पुलिस ने लाउडस्पीकर से प्रदर्शनकारियों से मॉल से पीछे हटने को कहा। इससे वे उग्र हो गए और सड़क से गुजर रहे नाइजीरियन युवकों को पुलिस के सामने ही पीटने लगे।
पुलिस की जांच बढ़ी आगे
पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि छात्र मनीष का तीन बार ऑपरेशन हुआ था। इसके अलावा कई और ऐसी बात है जो कि पुलिस बताने से इंकार कर रही है। ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियन युवकों का जाल फैला हुआ है। लगातार नाइजीरियन युवकों का नाम ड्रग्स के कारोबार में आता रहा है।
शनिवार रात भी दो नाइजीरियन को पीटा
शहर के जीटा एक सेक्टर में स्थित एवीजे हाइट्स सोसायटी में नाइजीरिया के रहने वाला सूरज अब्दुल्ला रहता है। वह एक कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। अब्दुल्ला रविवार रात अपने दोस्त अमीनू के साथ पूर्वांचल हाइट्स सोसायटी में रहने वाले अपने दोस्त से मिलने के लिए पैदल जा रहा था।
जैसे ही दोनों एवीजे सोसायटी से बाहर निकले, तभी एक मोटरसाइकिल सवार तीन नकाबपोश युवकों ने नाइजीरियन युवकों को रोक लिया। आरोप है कि युवकों के हाथ में बेस बॉल बैट व हॉकी थी। मोटरसाइकिल युवकों ने नाइजीरियन युवकों से पहले उनका नाम पूछा और फिर उसके बाद उनकी पिटाई की। घायल का उपचार एक निजी अस्पताल में चल रहा है।