वाराणसी। जिले में डेंगू का दूसरा मामला शनिवार को सामने आया जिसकी पुष्टि बीएचयू लैब ने की है। मरीज पांडेयपुर का बताया जा रहा है। हालांकि जांच में गलत नंबर अंकित होने से अभी तक महकमा मरीज को ट्रेस नहीं कर सका है। संचारी रोगों के लिए चल रहे विशेष सर्विलांस अभियान के अंतिम दिन तक जिले में 31 मलेरिया मरीजों की पुष्टि हुई है। डेंगू व मलेरिया मरीज मिलने के मद्देनजर सीएमओ डा. वीबी सिंह ने पत्र जारी कर सरकारी व निजी अस्पतालों को पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया है। सितंबर की रिपोर्ट के मुताबिक हरहुआ में छह, आराजीलाइन में छह, पिंडरा में तीन व शहरी क्षेत्र में नौ मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई थी। अक्टूबर की रिपोर्ट में मलेरिया मरीजों की संख्या आराजीलाइन में नौ, पिंडरा में तीन व शहरी क्षेत्र में 19 रही। जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पांडेय के मुताबिक माइक्रोबायोलाजी लैब, आइएमएस-बीएचयू में दूसरे मरीज की डेंगू रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद उसे ट्रेस किया जा रहा है। मोबाइल नंबर गलत दर्ज होने से अभी तक उसे खोजा नहीं जा सका है। वहीं रैपिड जांच में लोहता के एक मरीज की डेंगू रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद एलाइजा टेस्ट में वह निगेटिव पाया गया। इसके बावजूद एहतियात के तौर पर उसके घर के आस-पास दवा का छिड़काव कराया गया। ज्ञात हो कि 21 अक्टूबर को लहरतारा निवासी एक व्यक्ति में डेंगू की पुष्टि हुई थी। डेंगू की पुष्टि करने के लिए एलाइजा टेस्ट की सुविधा बीएचयू के माइक्रोबायोलाजी लैब व जिला अस्पताल के लैब में उपलब्ध है। एहतियात के लिए सीएचसी-पीएचसी सहित सरकारी व निजी अस्पतालों में रैपिड किट से भी डेंगू की जांच की जाती है। इस किट से डेंगू का पता चलने पर ब्लड सैंपल तत्काल बीएचयू या जिला अस्पताल के लैब में भेजने के साथ ही मरीज का संपूर्ण विवरण सीएमओ कार्यालय को उपलब्ध कराने का प्रावधान है।