लखनऊ। रेलवे अधिकारी आरडी बाजपेयी की पत्नी व बेटे की हत्या के मामले में आरोपित किशोरी को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने इलाज की अनुमति दी है। पुलिस की ओर से सोमवार देर शाम को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। डीसीपी सेंट्रल सोमेन वर्मा के मुताबिक चिकित्सकों की टीम ने किशोरी को अस्पताल में भर्ती रखने की बात कही है। डॉक्टरों की रिपोर्ट बोर्ड के सामने प्रस्तुत की गई। इसके बाद बोर्ड ने फैसला सुनाया।
पुलिस का कहना है कि जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के प्रतिनिधि सोमवार रात में अस्पताल आए थे। वहां पर उन्होंने किशोरी को देखा और उसकी स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद बोर्ड ने न्यायिक हिरासत के किशोरी को सौंप दिया। बोर्ड ने किशोरी के इलाज कराने और चिकित्सकों की निगरानी में उसे रखने की अनुमति दी है। किशोरी की उम्र 14 साल है। ऐसे में उसकी मानसिक स्थिति को देखते हुए बोर्ड ने यह फैसला सुनाया है। उधर, चिकित्सकों का कहना है कि किशोरी अभी भी सदमे में है। वह अचानक से चीख पड़ती है। मनोचिकित्सक किशोरी की काउंसलिंग कर रहे हैं। किशोरी की तबीयत ठीक होने तक उसे डॉक्टर अपनी निगरानी में रखेंगे।
क्यों चलाई गोली, सवाल बरकरार
मां और भाई की हत्या की आरोपित किशोरी ने आखिरकार गोली क्यों चलाई यह सवाल अभी भी बरकरार है। पुलिस का दावा है कि अवसाद में होने के कारण किशोरी ने घटना को अंजाम दिया है। हालांकि किशोरी के पिता ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है कि पिता की ओर से दी गई दर्ज कराई गई एफआइआर को विवेचना में शामिल किया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।