निजी कॉर्पोरेट अस्पताल अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करें ,इस मूल भावना के साथ मैंने पत्र लिखा था जिसका मतलब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नोएडा ने सही से नहीं समझा जिसकी वजह से उनके दिमाग में यह भ्रम की स्थिति रही कि संभवत यह पत्र डॉक्टरों के लिए लिखा गया है जबकि 19 मई सन 2021 को लिखे गए मेरे पत्र में कहीं भी डॉक्टर शब्द का उल्लेख नहीं था ।जब यह बात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की समझ में आई तो आज दिनांक को उनके अध्यक्ष डॉक्टर एनके शर्मा व महासचिव डॉ मोहिता शर्मा आज मुझसे मेरे कैंप कार्यालय रबूपुरा पर मिले काफी देर चर्चा के बाद डॉक्टर एनके शर्मा ने बताया की पत्र का इंटरप्रिटेशन कुछ लोगों द्वारा गलत किया जिसकी वजह से यह स्थिति पैदा हुई और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को इसमें हस्तक्षेप करते हुए पत्र लिखना पड़ा ।उन्होंने आगे यह भी बताया कि “हम डॉक्टर लोग निश्चित तौर से समाज का अंग है और जहां कहीं भी हमारी जरूरत होगी हम आगे आकर समाज के लिए और उन जरूरतमंद लोगों के लिए मिलकर कार्य करेंगे जिन्हें हमारी जरूरत होगी।” मैं सुलभ संदर्भ हेतु इस प्रेस विज्ञप्ति के साथ दिनांक 19 मई सन 2021 को मेरे द्वारा लिखे गए पत्र , दिनांक 20 मई सन 2021 को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नोएडा द्वारा लिखे गए पत्र , दिनांक 23 मई सन 2021 को मेरे द्वारा लिखे गए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हेड क्वार्टर दिल्ली को प्रेषित किये गए पत्र तथा मेडिकल एसोसिएशन हेड क्वार्टर दिल्ली द्वारा लिखे गए पत्र दिनांक 23 मई 2021 एवं 23 मई 2021 को रात्रि में मेरे द्वारा भेजे गए ईमेल जो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हेड क्वार्टर दिल्ली के पांच पदाधिकारियों को संबोधित था संलग्न कर रहा हूं जिससे सारी स्थिति आप लोगों के समक्ष आ जाएगी।