नोएडा : औद्योगिक नगरी में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। प्रतिदिन मिलने वाले मरीजों का आंकड़ा दो हजार पार पहुंच गया है। ऐसे में गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में 14 एंबुलेंस आरक्षित कर दी गई हैं।
स्वास्थ्य विभाग के पास इस समय 102, 108 व एएलएस की कुल 34 एंबुलेंस हैं। इनमें 102 की 17 एंबुलेंस गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने व ले जाने के लिए आरक्षित हैं। वहीं 108 की 14 एंबुलेंस गंभीर मरीजों व सड़क हादसे में घायलों को अस्पताल लाने के लिए आरक्षित हैं, जबकि आपातकाल के लिए तीन एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस (एएलएस) हैं। इन्हें वीवीआइपी ड्यूटी में भी लगाया जाता है। इमरजेंसी मेडिकल ट्रांसपोर्ट सर्विस (ईएमटीएस) के जिला प्रभारी दीपक सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमितों के बारे में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड कंट्रोल रूम से सूचना मिलने के बाद उन्हें सरकारी कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। वर्तमान में कोरोना संक्रमितों को नोएडा कोविड अस्पताल व कासना स्थित जिम्स में भर्ती कराया जा रहा है। जिम्स में प्रसव से पूर्व संक्रमित मिली गर्भवती को भर्ती कराया जाता है। कोविड अस्पतालों के पास तैनात रहेगी एंबुलेंस :
आरक्षित एंबुलेंस को नोएडा कोविड अस्पताल, जिला अस्पताल, सीएचसी के साथ चिह्नित स्थानों पर खड़ा किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम से गंभीर मरीज की सूचना मिलते ही गाड़ियां दौड़ पड़ेंगी। कंट्रोल रूम के निर्देशों के मुताबिक उन्हें संबंधित अस्पतालों तक पहुंचाना होगा। मरीजों को तत्काल भर्ती करने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद एंबुलेंस को जिम्स और जिला अस्पताल में सैनिटाइज किया जाएगा।