नोएडा। प्राधिकरण की टीम ने सोमवार को सेक्टर-137 स्थित अजनारा डेफोडिल और गुलशन होम्स सोसाइटी में अवैध निर्माण गिरा दिया। इस दौरान आठ क्योस्क व दुकानों के आगे बने हिस्से को तोड़ा गया। इन जगह बिल्डर ने मंजूर नक्शे से अलग हटकर क्योस्क, पार्किंग व अन्य निर्माण कर रखा था। दुकानदारों ने कार्रवाई का विरोध भी किया था। स्थानीय लोगों और अपार्टमेंट एसोसिएशन ने इस बारे में नोएडा प्राधिकरण से शिकायत की थी।
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अजनारा सोसाइटी के लिए 23 अप्रैल 2018 को जारी किए गए अधिभोग मानचित्रों में टावर संख्या एल एवं वाणिज्यिक ब्लॉक के सामने सेट बेक में चारदीवारी के साथ हरित क्षेत्र दर्शाया गया है। लेकिन मौके पर चारदीवारी को हटाकर क्योस्क लगाकर इसको व्यावसायिक उपयोग में लाया जा रहा था। इन क्योस्क को सोमवार को ध्वस्त किया गया। इसके अलावा अग्निशमन पथ को गेट लगाकर अवरूध किया गया था, जिसको दोबारा से चालू कर दिया गया। इसके अलावा टावर एल के बेसमेंट में पार्किंग के स्थान पर वाणिज्यिक उपयोग के लिए गोदाम-स्टोर का निर्माण किया गया था। इसको भी प्राधिकरण की टीम ने ध्वस्त कर दिया।
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि सेक्टर-137 में ही स्थित गुलशन होम्स सोसाइटी के लिए नौ फरवरी 2015 को जारी अधिभोग मानचित्रों में ही अजनारा की तरह चारदीवारी के साथ हरित क्षेत्र दर्शाया गया था लेकिन यहां पर भी क्योस्क लगाकर इसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा था। यहां पर प्राधिकरण ने इनको ध्वस्त कर दिया। इसके अलावा टावर संख्या एफ व जी के बीच में हरित क्षेत्रफल दर्शाया गया है लेकिन इसको पार्किंग के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। ऐसे में यहां लगी कंक्रीट टाइल्स को हटवा हरित क्षेत्र के रूप में उपयोग करने के निर्देश बिल्डर को दिए गए। अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई करने से पहले बिल्डर को नोटिस भेजने के अलावा मौके पर जाकर मार्किंग भी कर दी थी। इसके बावजूद अवैध निर्माण का बिल्डर ने नहीं हटाया था।