सुशील त्यागी
नोएडा : जब से उत्तर प्रदेश मैं योगी सरकार आई तब से आपराधियों पर योगी सरकार लगातार कर रही कारवाही लेकिन जब से योगी सरकार में गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नरी लागू हुई है तब से जिले में पुलिस भी अपराध को रोकने में अपना पसीना बहा कर रोक रही है। मगर वही दूसरी और जिले के कुछ थाना प्रभारी उच्च अधिकारियों की गुड बुक में शामिल रहकर अपनी कुर्सी बचाये रखना चाहते हैं । जिसका खामयाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है ।
19 अगस्त को सेक्टर-39 थाना क्षेत्र में कलेक्शन एजेंट के साथ हुई ₹ 15 लाख की लूट में पुलिस की बड़ी लापरवाही हुई उजागर।
ताजा मामला नोएडा के सेक्टर-39 थाना क्षेत्र में आया है जहां 19 अगस्त को कलेक्शन एजेंट के साथ हुई ₹ 15 लाख की लूट में पुलिस बड़ी लापरवाही उजागर हुई है ।
सेक्टर-58 थाना क्षेत्र में 18 अगस्त को तमंचे बल पर लूटी हुई पल्सर बाइक से बदमाशों ने ₹ 15 लाख की बड़ी लूट को दिया अंजाम।
सूत्रों के अनुसार 18 अगस्त को भी बदमाशों ने सेक्टर-58 थाना क्षेत्र में बदमाशों ने तमंचे के बल पर एक युवक से नगदी व पल्सर बाइक लूटी थी ।
सेक्टर-58 पुलिस ने लूट की घटना को चोरी में किया तब्दील।
लेकिन तब सेक्टर-58 थाना पुलिस ने घटना को छिपाते हुए लूट को चोरी में तब्दील करते हुए मुकदमा पंजीकृत कर खानापूर्ति कर ली थी जिसका नतीजा ये हुआ कि उन्हीं बदमाशों ने लूटी हुई पल्सर बाइक से 19 अगस्त को सेक्टर-39 थाना क्षेत्र में ₹ 15 लाख की बड़ी लूट को अंजाम दे डाला ।
यदि समय रहते सेक्टर-58 पुलिस ने लूट की घटना को लिया होता संज्ञान तो टाली जा सकती थी ₹ 15 लाख की बड़ी लूट ।
ऐसे में यदि सेक्टर-58 थाना पुलिस ने समय रहते घटना की गम्भीरता को समझते हुए अपनी जिम्मेदारी निभाई होती तो कल की बड़ी लूट को टाला जा सकता था । हालांकि उच्च अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए 19 अगस्त की लूट को संज्ञान में लेकर सेक्टर-39 थाना प्रभारी आजाद सिंह तोमर को निलंबित कर दिया है ।
अधिकारियों की गुडबुक में आने के लिए अपराध को छिपाने में लगे रहते हैं थाना प्रभारी।
लेकिन इन सब के बीच एक बड़ा सवाल फिर भी रह जाता है की सेक्टर-58 थाना प्रभारी जैसे गैरजिम्मेदार पोलिसकर्मचारी पर कब कार्रवाई होगी ।