उत्तर प्रदेश का सबसे आधुनिक शहर कहे जाने नोएडा शहर में अपराधियों ने भी अपराध करने के तरीके भी अधुकनिक कर लिए हैं । उत्तर प्रदेश ही नहीं देश भर से रोजगार की तलाश में प्रतिदिन कई युवक युवतियाँ नोएडा में आते हैं । इन्ही बेरोजगारों के सपनोँ को अपने मंसूबों के लिए इस्तेमाल करने वाले ये अपराधी इन नौजवानों को आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं । पुलिस के हाथ ऐसा ही एक गैंग लगा है जो फर्जी एनजीओ और फर्जी कॉल सेंटर चला कर लोगों को बैंकों में नोकरी लगवाने के नाम पर ठगी किया करते थे । पुलिस ने गैंग के सरगना समेत 5 महिलाएं , 8 पुरुषों को गिरफ्तार किया है । वहीँ ये लोग मीडिया कर्मी बनकर लोगों पर रौब जमाकर अपना काम निकलते थे । पुलिस को इनके पास से 12 मोबाइल , 8 एटीएम , प्रेस के आई कार्ड , लैपटॉप समेत 16 लाख 31 हजार रुपये बरामद किए हैं । फिलहाल पुलिस ने कार्यवाही पूरी कर इन सभी को जेल भेज दिया है । वहीं इनके 2 साथी अभी भी पुलिस की पँहुच से दूर हैं ।।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े ये युवक युवतियाँ बेहद ही शातिर किस्म के ठग हैं जो नोएडा में रोजगार की तलाश में आये युवक युवतियों को बैंकों में नोकरी दिलाने का सपना दिखा कर अपना शिकार बना लिया करते थे । वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुखबिर की सूचना पर नोएडा के सेक्टर 2 के डी -42 के ग्राउंड फ्लोर से वी केअर फाउंडेशन नाम की फर्जी एनजीओ चलाने वाले विकास गोस्वामी समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है । ये लोग ऑनलाइन सूची निकाल कर लोगों को कॉल कर उनसे गरीबों की मदद करने के नाम पर पैसा ले लिया करते थे फिर उसे अपने ऐशों आराम के लिए इस्तेमाल करते थे । पुलिस को विकास गोस्वामी के जिज्ञासा संसार प्रेस का आईकार्ड भी मिला है जिसे ये लोगों पर रौब जमा कर अपना काम निकलवाने की लिए इस्तेमाल करता था ।
पुलिस को इस इमारत के प्रथम तल से फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले 5 महिलाएं और 4 पुरूष भी हाथ लगे हैं जो लोगों को बैंकों में नोकरी दिलाने के नाम पर उनके साथ ठगी किया करते थे । पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये लोग कैरियर स्ट्रीट डॉट कॉम नाम से कॉल सेंटर चलाते थे और लोगों को कॉल करके बैंकों में नोकरी दिलाने का सपना दिखा कर अपना शिकार बनाया करते थे । अधिकारियों का कहना है कि ये लोग पहले रिज्यूम बनाने के नाम पर 2650 रुपये लिया करते थे फिर फोन करके के बोलते थे कि आपका सलेक्शन आईसीआईसीआई , एचडीएफसी बैंक आदि में हो गया है फिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के नाम पर 7 हजार रुपये वसूला करते थे । पुलिस को इनके पास आए 12 मोबाइल , 8 एटीएम , लैपटॉप समेत 16 लाख 31 हजार रुपये नगद बरामद हुए हैं । वहीँ इस कॉल सेंटर का मालिक संजीव बोस व राहुल नाम का युवक अभी भी पुलिस की पँहुच से दूर हैं । और अधिकारी इन्हें भी जल्दी ही गिरफ्तार करने का दावा कर रहे हैं।