दुष्कर्म के आरोप में न्यायिक पेशी पर आए उत्तराखंड के पूर्व राज्यमंत्री मौलाना मसूद मदनी पर भाजपा व हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस कस्टडी में हमला बोल दिया। उन्हें पुलिस की गाड़ी से खींचने की कोशिश की गई। गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया। पुलिस किसी तरह मदनी को बचाते हुए जिला कारागार ले गई। हमले की सूचना से नगर में तनाव फैल गया।
शुक्रवार को पुलिस की न्यायिक हिरासत में एसीजेएम के न्यायालय में पेशी पर आए मसूद मदनी पर भाजपा एवं हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया। इससे इस दौरान पुलिस की कार्यकर्ताओं से झड़प भी हुई। कार्यकर्ताओं ने पुलिस की गाड़ी का शीशा तोड़ डाला। कार्यकर्ता पुलिस की गाड़ी पर चढ़ गए और जमकर नारेबाजी की। पुलिस अभिरक्षा में मौजूद मदनी को गाड़ी से बाहर खींचने का भी कार्यकर्ताओं ने प्रयास किया। माहौल बिगड़ते देख आनन-फानन में पुलिस बल कचहरी परिसर में एकत्र हो गया। पुलिस ने लाठियां फटकार हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं को तितर-बितर किया।
मदनी को दूसरी गाड़ी से देवबंद से जिला कारागार के लिए रवाना किया गया। इस दौरान पत्रकारों के पूछे जाने पर मदनी ने अपने ऊपर जानलेवा हमला करने का आरोप कार्यकर्ताओं पर लगाया। प्रभारी निरीक्षक चमन सिंह चावड़ा ने बताया कि बजरंगदल के वरिष्ठ नेता और भाजपा के दो मंडल अध्यक्षों समेत 25 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। ध्यान रहे मसूद मदनी के खिलाफ हरियाणा के जिंद की निवासी नि:सतान महिला ने उनके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था।