राजधानी लखनऊ के सिविल अस्पताल से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया।आनन फानन में चिकित्सालय निदेशक ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया और 24 घंटे में जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिए है।हालांकि वायरल वीडियो ने अस्पताल में मरीजो के इलाज की कमान चिकित्सकों व मेडिकल स्टॉफ की जगह सफाई कर्मियों के हाथ मे होने की तस्दीक कर दी है।वायरल वीडियो राजधानी के वीवीआइपी कहे जान वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल का बताया जा रहा है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी कारवाई – निदेशक
लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पतालके निदेशक डॉ. सुभाष चंद्र सुद्रियाल ने भास्कर को बताया कि रविवार शाम सोशल मीडिया में चल रहा अस्पताल से जुड़ा एक वायरल वीडियो मेरे संज्ञान में लाया गया है।वीडियो देख कर यह कहां जा सकता है कि यह अभी का नही है।वीडियो पुराना भी हो सकता है।मामले से जुड़े हर पहलू की गहनता से जांच के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों की अगुवाई में जांच कमेटी बनाई गई है।24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने के आदेश भी दिए गए है।जो भी दोषी होगा कारवाई जरुर होगी,मरीजो के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
वीडियो वायरल होने के बाद एक्शन मोड़ में आएं डायरेक्टर
फजीहत होने पर भले ही निदेशक एक्शन मोड में आते दिखाई दे रहे हो पर वायरल वीडियो ने चिकित्सा व स्वास्थ्य महकमे के तमाम दावों की पोल खोल दी है।बता दे कि यह अस्पताल मुख्यमंत्री आवास के सबसे नजदीक है और सीएम योगी कोरोना वैक्सीनेशन कराने इसी अस्पताल पहुंचे थे।
क्या है वायरल वीडियो में
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में सफाई कर्मचारी एक मरीज का टांका काटते हुए दिखाई दे रही है।बताया जा रहा है कि यह वीडियो अस्पताल के फीमेल जनरल वार्ड से जुड़ा है।लखनऊ के प्रमुख अस्पतालों में गिने जाने वाला सिविल अस्पताल का सनसनीखेज वीडियो सामने आने से हड़कंप मच गया।हालांकि जानकारों के मुताबिक यह वीडियो कुछ दिन पुराना हो सकता है पर सनसनी फैलाने या फिर किसी अन्य मकसद से इसे अभी वायरल किया गया है।