लखीमपुर खीरी के लहबड़ी गांव में तिकुनिया कांड के मृतक किसान नछत्तर सिंह के परिजनों से मिलने पहुंचे राहुल और प्रियंका गांधी यहां करीब 38 मिनट तक रुके। इस दौरान उन्होंने घर में पानी पिया और चाय भी पी। नछत्तर सिंह की बुजुर्ग पत्नी सतविंदर कौर से मिलकर राहुल और प्रियंका भावुक हो गए।
उन्होंने सतविंदर कौर को भरोसा दिया और कहा कि हम भी आपके बच्चे की तरह हैं। न्याय दिलाकर रहेंगे। घर से बाहर निकलते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, हम तीन पीड़ित परिवारों से मिले। सभी ने साफ-साफ कहा है कि वे सिर्फ मुआवजे से संतुष्ट नहीं हैं। इंसाफ तब मिलेगा, जब आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।
प्रियंका ने कहा जब पुलिस मुझे बिना वारंट के गिरफ्तार कर सकती है तो जिन पर मुकदमा दर्ज है उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही? राहुल और प्रियंका गांधी का काफिला रात को 11:55 बजे घर पहुंचा। घर के अंदर राहुल और प्रियंका के अलावा भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी, रणदीप सुरजेवाला, अजय कुमार लल्लू आदि रहे।
काफी देर तक राहुल और प्रियंका परिजनों से बातें करते रहे। उनसे घटना के बारे में पूछा। बेटे को सांत्वना दी। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने घर के मुख्य गेट को बंद कर दिया था। मीडिया कर्मियों को घटनास्थल से दूर रखा गया। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक राहुल और प्रियंका से मिलकर नछत्तर सिंह की पत्नी सतविंदर कौर भावुक हो गईं।
राहुल ने उनका हाथ थामकर और गले लगाकर कहा कि हम भी आपके बच्चे हैं। इसके बाद परिवार वालों ने राहुल, प्रियंका और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से चाय पूछी। पहले तो राहुल ने सिर्फ पानी पीने की बात कही। परिवार ने राहुल के लिए पानी उपलब्ध कराया। बाद में चाय भी बनी और उसे कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने पिया।