सीआईएसएफ परिसर में केंद्रीय गृहमंत्री ने किया केंद्रीय विद्यालय भवन का शिलान्यास
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मनुष्य के जीवन में संस्कार सबसे बड़ी चीज है। ज्ञान अकेले अपनेआप में पर्याप्त नहीं होता। ज्ञान और संस्कार के संगम से ही किसी भी व्यक्ति का जीवन बेहतर और आदर्श हो सकता है। उन्होंने जवानों को उनके शौर्य और धैर्य के लिए बधाई दी और कहा कि उनकी सरकार की यह कोशिश है कि दूरदराज के इलाकों में तैनात जवानों के बच्चों और उनके परिवार को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके।
ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित एसएसजी सीआईएसफ परिसर में केंद्रीय विद्यालय के भवन निर्माण की आधारशिला रखने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी कोशिश है कि पूरे देश में जवानों के आवास के लिए बनाए गए परिसर में विद्यालय और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। इस मकसद में सरकार काफी हद तक कामयाब रही है।
विद्यालय भवन का निर्माण 5 एकड़ भूमि में किया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित एसएसजी सीआईएसफ परिसर में केंद्रीय विद्यालय के भवन निर्माण की आधारशिला रखने के बाद लोगो को संबोधित करते हूए राजनाथ सिंह ने कहा सूरजपुर स्थित एसएसजी सीआईएसएफ परिसर में केंद्रीय विद्यालय भवन का निर्माण 5 एकड़ भूमि में किया जाएगा।
इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पूर्व में हुई बोर्ड बैठक में इसकी मंजूरी दे दी थी। विद्यालय में 45 कमरे, 24 कक्षाएं, 3 विज्ञान प्रयोगशालाएं, दो कंप्यूटर प्रयोगशाला और अन्य कमरों को निर्माण किया जाएगा। इस विद्यालय का लाभ 1200 बच्चों को मिलेगा। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि हमारे जवान दूरदराज के दुर्गम स्थानों पर देश की सुरक्षा के लिए कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी मुस्तैद रहते हैं।
इसलिए वह चाहते हैं कि जवानों से दूर रहने वाले उनके परिवार के लोगों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। इससे जवानों के मन में कोई तनाव नहीं रहता है और उनका मनोबल ऊंचा रहता है। व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि जवानों को अपने परिवार की किसी भी प्रकार की चिंता न रहे।
संस्कार और ज्ञान के संगम से ही मनुष्य का संपूर्ण विकास संभव
राजनाथ सिंह ने कहा कि मनुष्य के जीवन में संस्कार से बड़ी चीज नहीं होती है। ज्ञान स्वयं में पर्याप्त नहीं है। संस्कार और ज्ञान के संगम से ही मनुष्य का संपूर्ण विकास संभव है। वही व्यक्ति श्रेष्ठ हो सकता है, जो संस्कार के साथ ज्ञान को अपने अंदर समाहित करे।
उन्होंने भगवान श्रीराम और रावण के प्रसंग की भी चर्चा की। कहा कि रावण परमज्ञानी था, लेकिन उसके भीतर संस्कार का अभाव था। यही उसके विनाश का कारण बना। उन्होंने इंफोसिस का भी उदाहरण दिया और कहा कि पूरी दुनिया में इंफोसिस का जाल फैला है।
दुनियाभर के नौजवान उसकी तकनीक का लाभ ले रहे हैं। लेकिन, अलकायदा जैसे आतंकवादी संगठन इस तकनीक का इस्तेमाल जिस प्रकार भटके नौजवानों के साथ मिलकर कर रहा है, वह विनाशकारी है। उन्होंने केंद्रीय विद्यालय संगठन के आयुक्त संतोष कुमार मल्ल से अपील की कि वे ऐसी व्यवस्था बनाएं, जिससे देशभर के केंद्रीय विद्यालयों में बच्चों को ज्ञान के साथ संस्कार भी मिल सके।
अधिकतर लोग ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि यहां जो लोग भी हैं, उनमें अधिकतर लोग ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं। उन्होंने कहा कि 90 से 95 फीसदी लोग ग्रामीण पृष्ठभूमि के हैं। वह खुद और राजनाथ सिंह भी ग्रामीण पृष्ठभूमि से ही हैं।
उन्होंने कहा कि सीआईएसफ परिसर में केंद्रीय विद्यालय का शिलान्यास क्षेत्र के लिए खुशी की बात है। स्कूल के शिलान्यास में राजनाथ सिंह की मौजूदगी यादगार रहेगी। उन्होंने कहा कि यह भी गौरव की बात है गौतमबुद्ध नगर में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट आने जा रहा है।