अलीगढ़। बन्नादेवी क्षेत्र में बरौला पुल के पास सोमवार सुबह अधेड़ मजदूर का शव मिला। गले में पालीथिन का फंदा पड़ा था। शरीर पर चोट के निशान थे। स्वजन ने हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। मजदूर शनिवार शाम से गायब था। पुलिस को सीसीटीवी कैमरों में कुछ संदिग्ध लोग दिखे। जिसके आधार पर देर रात पुलिस ने एक नशेड़ी को दबोच लिया। पुलिस का दावा है कि अधेड़ मजदूर की समलैंगिक संबंधों का विरोध करने पर नशेड़ी ने मार डाला था।
यह है मामला
बरौला जाफराबाद निवासी 50 वर्षीय शेर सिंह मजदूरी करते थे। स्वजन के अनुसार वे शनिवार शाम घूमने निकले थे। देर रात तक नहीं लौटे तो तलाश की गई। रविवार को दिनभर खोजबीन करने पर भी पता नहीं चला। सोमवार सुबह कुछ लोगों ने बरौला पुल के पास रेलवे लाइन के किनारे शेर सिंह का शव पड़ा देखा। सूचना पर स्वजन व पुलिस पहुंच गई। शेर सिंह के गले में पालीथिन का फंदा पड़ा था। सिर, चेहरे व शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। बेटे सुशील कुमार, दीपक व कपूर का आरोप था कि हत्यारों ने पालीथिन से गला दबाकर व सिर में चोट पहुंचाकर मारा है। शेर सिंह तीन बच्चों के पिता थे। घटना के बाद पत्नी माया देवी समेत स्वजन बेहाल हैं।
समलैंगिक संबंधों का किया था विरोध
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मजदूर की मौत का कारण सिर में आई चोटों को बताया गया है। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों में एक संदिग्ध नजर आया था। आरोपित बन्नादेवी क्षेत्र का ही रहने वाला है। जिसे चिह्नित कर दबोच लिया गया। पूछताछ में आरोपित ने हत्या करना स्वीकारा है। आरोपित ने बताया कि मजदूर की हत्या समलैंगिक संबंधों के विरोध में सिर में चोट पहुंचाकर की गई थी। अभी आरोपित से अन्य तथ्यों पर विस्तार से पूछताछ की जा रही है।