EXCLUSIVE REPORT
सुशील त्यागी की ख़बर
मुंबई : 13 जून को सुशांत सिंह एक नया प्रोजेक्ट मिलने की वजह से काफी खुश थे. दोस्तों के साथ उन्होंने घर में ही एक पार्टी भी की थी. इसके बाद सभी अपने-अपने घर चले गए. लेकिन रात और अगली सुबह के बीच सुशांत के दिमाग में ऐसी कौन सी बातें घर कर गई जिसकी वजह से वो इतने उलझ गए कि उन्होंने सुसाइड कर लिया इस बारे में किसी को नहीं पता…एक हंसमुख इंसान दुनिया को कब अलविदा कह गया ये खबर सिर्फ सुशांत तक ही सीमित थी. दोपहर में जब सुशांत के कमरे को खटखटाया गया तो उन्होंने दरवाजा ही नहीं खोला. इसके बाद नौकरों की भी बेचैनी बढ़ गई. जैसे-तैसे उन्होंने सुशांत के दोस्तों को बुलाया इसके बाद भी जब एक्टर ने दरवाजा नहीं खोला तो उनकी बहन को फोन किया गया. जब बहन ने सुशांत को फोन किया तो एक्टर ने कॉल रिसीव नहीं की…आनन-फानन में किसी तरह एक्टर की बहन सुशांत के घर पहुंची और दरवाजा खुलवाने की कोशिश की लेकिन ये प्रयास बेकार साबित हुआ. इसके बाद उन्होंने चाबी बनाने वाले को बुलाया और नई चाबी बनवाने के बाद लॉक खोला. कमरे में उस वक्त मौजूद लोगों ने जो दृश्य देखा उसके बाद उनकी फटी की फटी रह गई. क्योंकि सुशांत फंदे पर लटक चुके थे. बहन, और एक्टर साथ रहने वाले आर्ट डिजाइनर दोस्त और उनका नौकर सुशांत को फांसी पर झूलते हुए अपनी आंखों से देखा. जिस पर कुछ देर के लिए विश्वास करना मुश्किल था. लेकिन वही भयावह और असल सच था.
ये खबर लोगों के बीच आग की तरह फैलने लगी. सोशल मीडिया से लेकर टीवी हेडलाइंस पर एक ही सवाल गूंज रहा था कि आखिर इतने बड़े सितारे को कौन सी परेशानी रही होगी जिसकी वजह से उसने आत्महत्या कर ली. फैंस बेसुद्ध हो गए. बूढे पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई. अपने कंधों पर जिसे उठाया और जीना सिखाया उसी को अंतिम विदाई देने का वक्त आ गया. ये सब कुछ इतना अचानक हुआ कि लोगों को कुछ सूझ नहीं रहा था कि आखिर वो क्या करें….फैंस ने एक्टर के पुराने इंटरव्यू से लेकर सारे इवेंट और इंडस्ट्री अवॉर्ड्स के वीडियो छान मारे…जिसमें कुछ ऐसे तथ्य भी लोगों को मिले जिससे लगा कि सुशांत की मौत के जिम्मेदार बॉलीवुड के कुछ बड़े स्टार्स ही हैं. जिसमें एक्टर्स, डयरेक्टर्स और कुछ स्टार किड्स के नाम सामने आने लगे. इसके बाद फैंस ने ऐसे लोगों को ट्रोल करना शुरू किया जो अक्सर नेपोटिज्म फैलाने के जिम्मेदार माने जाते रहे है. इसके बाद जैसे-जैसे केस आगे बढ़ा कुछ नए तथ्य निकलकर सामने आए. लेकिन लोगों की बस एक ही मांग थी इस केस को सीबीआई के हवाले किया जाए. लेकिन इसके लिए महाराष्ट्र सरकार किसी भी कीमत पर तैयार नहीं हुई. उद्धव सरकार की ओर से बयान दिया जाने लगा कि इस केस की छानबीन करने में मुंबई पुलिस सक्षम है. हालांकि सुशांत के निधन को डेढ महीने से ज्यादा हो गए हैं लेकिन मूबई पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है.