नोएडा : हर वर्ष की तरह इस बार होली के हुड़दंग में मारपीट और सड़क दुर्घटनाओं के चलते करीब 20 से अधिक लोग घायल होकर शहर के प्रमुख सरकारी और निजी अस्पतालों की इमरजेंसी में पहुंचे। इनमें से ज्यादातर को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
होली पर हुड़दंग में शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से दस से अधिक लोग घायल होने के बाद जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे। इनमें से होलिका दहन व तेज संगीत पर डांस करने को लेकर हुई मारपीट और सड़क हादसे के शिकार लोग शामिल रहे। हालांकि कोरोना की वजह से इस साल बार होली के हुड़दंग में घायल होकर अस्पताल पहुंचने वालों की संख्या कम रही। आमतौर पर यह आंकड़ा 50 से अधिक रहता था। डाक्टरों ने बताया कि इस वर्ष लोगों ने होली खेलते वक्त संयम रखा। इससे सड़कों पर अंधाधुंध वाहन दौड़ाने वाले कम दिखाई दिए। इसका सीधा असर दुर्घटनाओं और मारपीट के कम मामलों के रूप में देखने को मिला। इमरजेंसी में पहुंचे मरीजों में किसी को भर्ती करने की नौबत नहीं आई है। मामूली रूप से घायल हुए कई लोगों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया।
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मिलावटी मावा खाने से खराब हुआ पेट होली पर मिलावटी से बनी मिठाई व गुझिया खाने से कई लोगों का पेट खराब हुआ है। शनिवार को अस्पताल की ओपीडी में 50 से अधिक मरीज पहुंचे। वहीं त्वचा और नेत्र रोग की ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइन रही। कई लोग आंखों में रंग पड़ने से धुंधला दिखाई देने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे। वहीं त्वचा रोग ओपीडी में अधिकांश मरीज त्वचा पर गहरा रंग लगने से होने वाली खुजली होने व त्वचा के रुखा होने की शिकायत लेकर पहुंचे।
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ओपीडी जल्द बंद होने से मरीज परेशान : जिला अस्पताल की ओपीडी शनिवार होने के कारण 11 बजे ही बंद हो गई। इससे कुत्ते काटने के शिकार लोग जब 11 बजे के बाद पहुंचे तो उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। इससे नाराज कई लोगों ने हंगामा भी किया।