प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टल खोले जाने की मांग को लेकर डीएसडब्ल्यू कार्यालय के बाहर सत्याग्रह पर बैठे छात्रों के सब्र का बांध अब टूटता नजर आ रहा है। परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद छात्रों ने परीक्षा की तैयारी के लिए हॉस्टल खोले जाने की मांग की। इसके बावजूद इविवि प्रशासन की चुप्पी नहीं टूटी। जबकि, परीक्षा की तैयारी भी सितम्बर के दूसरे सप्ताह से चल रही है। इविवि प्रशासन की इस चुप्पी से छात्रों के सब्र का बांध भी टूट रहा है।
छात्र हॉस्टल सुविधा बहाल करने की मांग कर रहे
दरअसल, पिछले कई दिनों से छात्र अधिकार सत्याग्रह के जरिए हॉस्टल सुविधा बहाल किए जाने की मांग कर रहे हैं। यूजीसी की तरफ से की गई सिफारिश के क्रम में सुप्रीम कोर्ट ने भी अंतिम वर्ष-सेमेस्टर की परीक्षा को लेकर 30 सितंबर तक परीक्षा कराने का आदेश दिया है। ऐसे में छात्रों ने मांग उठाई कि अब तैयारी के लिए उन्हें हॉस्टल में प्रवेश दिया जाए। इसके लिए छात्रों ने इविवि प्रशासन को वक्त भी दिया। साथ ही यह भी फैसला लिया कि यदि तस्वीर साफ नहीं होती है तो वह आमरण अनशन पर बैठेंगे।
आमरण अनशन पर बैठे हैं छात्र पर नहीं पहुंच रहे जिम्मेदार
जब इविवि प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो छात्रों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। अब भी कोई प्रशासनिक अफसर छात्रों की सुनने नहीं पहुंच रहे। इसे लेकर छात्रों में काफी नाराजगी है। अब छात्र आंदोलन को तेज करने की तैयारी में जुट गए हैं। इस दौरान सत्यम कुशवाहा, शरद शंकर, अभिषेक द्विवेदी आदि रहे। वहीं, विभिन्न मांगों को लेकर अजय यादव सम्राट की अगुवाई में क्रमिक अनशन भी जारी है। इस दौरान अजय ने प्रदेश सरकार से तमाम सवाल भी किए। इस मौके पर राहुल पटेल, मो. मसूद, नवनीत यादव, रोहित सावन, सतीश यादव, आनंद सांसद आदि ने मांग दोहराई भी।