नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच ने हथियार तस्करों के सरगना मम्मन को भरतपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपित हर माह 25 से 30 अवैध पिस्टल तैयार कर उसे तस्करों के माध्यम से दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को आपूर्ति कर रहा था। इसके चार सदस्यों को क्राइम ब्रांच पहले गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य सदस्यों की पुलिस तलाश कर रही है। डीसीपी रोहित मीणा के मुताबिक दिल्ली पुलिस अवैध हथियार तस्करों के खिलाफ कई सालों से अभियान चला रखी है। जिसके तहत विभिन्न यूनिट व जिले की पुलिस आए दिन हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे हथियार व कारतूस बरामद कर रही है।
दरअसल कई वर्षों में अवैध हथियारों के उपयोग करने के अपराध के पैटर्न का अध्ययन करने से पता चला है कि दिल्ली में विभिन्न अपराधों में इस्तेमाल किए गए अवैध हथियारों का निर्माण मेवात, मथुरा और मध्य प्रदेश में किया गया है। जिससे इन क्षेत्रों पर पुलिस की कड़ी नजर रहती है। 26 मार्च 2019 को अपराध शाखा के दो अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्कर समसू उर्फ समसुद्दीन व इब्रान उर्फ काला व दूसरे समूह में शामिल सनी उर्फ प्रेम व आकाश को गिरफ्तार किया था।
इनके कब्जे से 19 पिस्टल व 24 कारतूस बरामद किए गए थे। सनी, हत्या के प्रयास, चोरी और शस्त्र अधिनियम के 25 आपराधिक मामलों व आकाश, डकैती और शस्त्र अधिनियम के 10 आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया था। चारों से पूछताछ में अवैध हथियारों की आपूर्ति के तार कुख्यात हथियार निर्माता मम्मन से जुड़े पाए गए। मम्मन राजस्थान के अरावली वन क्षेत्र की पहाड़ी पर हथियारों का निर्माण करता था। उसे कई बार पकड़ने के लिए कोशिश की गई ¨कतु वह पुलिस के हाथ नहीं आया। 16 दिसंबर 2019 को द्वारका कोर्ट ने मम्मन, उसके बेटे राहुल और अन्य को भगोड़ा घोषित कर दिया था। काफी मशक्कत के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने मम्मन को शनिवार को भरतपुर, राजस्थान से दबोच लिया गया। उसका बेटा और सह आरोपी राहुल भागने में सफल हो गया।
पूछताछ में मम्मन ने बताया कि वह हर माह 25-30 पिस्टल तैयार कर उसे मथुरा निवासी शमसुद्दीन व हनीफ के माध्यम से दिल्ली-एनसीआर के बदमायाों को आपूर्ति करता था। समसुद्दीन को कुछ समय पहले यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हनीफ फरार है। मम्मन पानी का नल बनाने के बहाने स्थानीय हार्डवेयर मार्केट के दुकानदार दीपक जैन और राहुल से कच्चा माल मंगवाता था।