नई दिल्ली। बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम ने दो वर्ष पहले पुलिस कर्मियों पर गोली चलाकर भागने वाले दो बदमाशों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान सोनू उर्फ वीरू और सुनील के रूप में हुई है। आरोपितों के पास से पिस्टल, दो कारतूस व बाइक बरामद की गई है। मुठभेड़ में एक आरोपित के पैर में गोली भी लगी है। सुनील पहले भी 24 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त बृजेंद्र कुमार यादव ने बताया कि गुरुवार दोपहर दो बजे आरोपित बवाना औद्योगिक क्षेत्र में एक युवक का मोबाइल झपटकर भाग रहे थे। पुलिस टीम ने आरोपितों का पीछा कर लाउडस्पीकर से उन्हें रुकने के लिए कहा। लेकिन स्कूटी सवार बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। पुलिस टीम ने भी अपने बचाव में तीन राउंड फायर किए।
आरोपित तंग गलियों से होते हुए भागने में सफल रहे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि शुक्रवार को आरोपित गढ़ी साहपुर आने वाले हैं। आरोपितों को पकड़ने के लिए एसीपी रिछपाल सिंह की देखरेख में एक टीम बनाई गई। टीम में इंस्पेक्टर आशीष दुबे, सचिन एसआइ जगबीर, प्रवीण, हेड कांस्टेबल अनिल मलिक, नरेंद्र, आशाराम, नीरज, नरेंद्र और कांस्टेबल मुकेश शामिल थे।
टीम ने शुक्रवार को गढ़ी शाहपुर के पास जाल बिछाया। पुलिस ने जब आरोपितों को रोकने की कोशिश की तो आरोपितों ने पुलिस कर्मियों पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी पांच राउंड फायर किए जिसमें से एक गोली बदमाश सोनू के पैर में लगी। गोली लगते ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि सुनील 2020 में भी पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर फरार हो गया था। गोली पुलिस की गाड़ी पर लगी थी।