नई दिल्ली। आधार जारी करने वाली सरकारी संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India (UIDAI) की ओर से अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज के दावे का खंडन कर दिया गया,जिसमें आधार सिस्टम को लेकर सवाल उठाए गए हैं।
Moody’s ने क्या कहा?
मूडीज इन्वेस्टर सर्विस की ओर से कहा गया कि आधार सिस्टम में अक्सर सेवाएं देने से इनकार कर दिया जाता है और इसकी बायोमेट्रिक टेक्नोलॉजी पर भी सवाल उठाया गया कि गर्म और अद्रता वाले वातावरण में मैनअल लेबर के साथ इसका काम करना सवालों के दायरे में आता है।
UIDAI ने दिया करारा जबाव
UIDAI की ओर से मूडीज के दावों का खंडन करते हुए कहा गया कि एक इन्वेस्टर सर्विस ने बिना किसी सबूत के आधार के खिलाफ दावे किए हैं। आधार दुनिया की सबसे विश्वसनीय डिजिटल आईडी है। पिछले एक दशक में एक अरब से ज्यादा लोगों में आधार में अपना विश्वास जताया है।
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रिपोर्ट में बताया गया है कि 1.2 अरब आधार जारी किए जा चुके हैं, लेकिन ये सही आंकड़ा नहीं है। साथ ही बताया कि रिपोर्ट में इस बात को अनदेखा किया गया है कि बायोमेट्रिक फेस और iris ऑथेंटिकेशन के जरिए भी किया जा सकता है। कई मामलों में तो मोबाइल ओटीपी का भी उपयोग किया जा रहा है।
आधार डेटाबेस पर उठाए सवाल का दिया जबाव
यूआईडीएआई की ओर से मूडीज द्वारा आधार के डेटाबेस की सुरक्षा को लेकर उठाए गए सवाल का भी जबाव दिया गया। मूडीज ने कहा था कि केंद्रीकृत आधार प्रणाली में सुरक्षा और गोपनीयता कमजोरियां हैं। इस पर यूआईडीएआई ने कहा कि संसद में इस संबंध में तथ्यों के साथ जबाव दिया जा चुका है। साथ ही संसद को बताया भी गया कि आधार डेटाबेस में अब तक कोई उल्लंधन नहीं हुआ है।