लखनऊ: अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या के जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन के बाद सरकार ने अतीक के बेटे असद व गुलाम के एनकाउंटर की जांच के लिए दो सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है। हाईकोर्ट के रिटायर जज राजीव लोचन महरोत्रा व रिटायर डीजी विजय कुमार गुप्ता एक एनकाउंटर की जांच करेंगे।
उमेश पाल की हत्या के बाद से ही पुलिस असद व गुलाम सहित गुड्डू मुस्लिम तथा अन्य हत्यारोपियों की तलाश में जुटी थी। गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन ट्रैक होने के बाद पुलिस ने झांसी सीमा पर अधिक सतर्कता बढ़ा दी थी।
सोमवार को शिव जी की पूजा का बना है शुभ योग, जानें पंचांग अनुसार तिथि-नक्षत्र और आज का राहुकाल
13 अप्रैल को पावर प्लांट के डैम के पास कच्चे रास्ते पर एसटीएफ व पुलिस की टीम की घेराबंदी में फंसने के बाद असद व गुलाम का एनकाउंटर किया गया था। इस एनकाउंटर पर कई सवाल उठाए गए थे। इसी एनकाउंटर के बाद अतीक अहमद भी टूट गया था और उसने पुलिस के कुछ अधिकारियों को धमकी भी दी थी, लेकिन दो दिन बाद उसकी भी हत्या प्रयागराज में मेडिकल करवाने के लिए ले जाते समय कर दी गई थी।
एनकाउंटर को लेकर पुलिस द्वारा दी गई जानकारी व थ्योरी पर सवाल भी उठाए गए थे। हालांकि, पुलिस के पास असद के झांसी में छिपे होने की सूचना कई दिनों से थी। यही वजह थी कि झांसी को पुलिस ने अपने रडार पर ले रखा था। खास तौर पर पावर प्लांट के इलाके को।
इसी स्थान पर कच्ची पगडंडी पर असद का जब पुलिस व एसटीएफ की टीम पीछा कर रही थी तो सामने पुलिस की टीम आने के बाद बाइक फिसलकर गिरने के बाद असद व गुलाम घिर गए थे। जवाबी फायरिंग में उनका एनकाउंटर कर दिया गया था। सरकार ने इस एनकाउंटर को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब व निष्पक्ष जांच के लिए के लिए दो सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है।