नई दिल्ली। उत्तरी जिला पुलिस के ”आपरेशन तलाश दस्ता” की टीम ने एक नाबालिग किशोरी को घर से गायब होने के 48 घंटे के भीतर टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर राजस्थान के जयपुर से ढूंढ़कर बरामद किया है। इस मामले में किशोरी के मामा के जानकार को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
दो दिन पहले ही घर से हुई थी गायब
उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी के मुताबिक, किशोरी के स्वजन द्वारा दो दिन पहले किशोरी के घर से गायब होने की सूचना दी गई थी। सूचना पर पुलिस टीम ने किशोरी के स्वजन से पूछताछ किया और जो मोबाइल किशोरी इस्तेमाल करती थी उसकी जांच की। तो पुलिस को एक युवक पर शक हुआ, उस युवक से किशोरी लगातार बात कर रही थी। जब उसके नंबर को पुलिस ने ट्रैक किया तो पता चला नंबर बंद है।
मोबाइल के लोकेशन से मिली मदद
सर्विलांस की मदद से पुलिस ने युवक का लोकेशन निकाली तो पता चला कि राजस्थान के जयपुर आई। फिर एसआइ विनोद वालिया, हवलदार आशीष, सिपाही आशीष कुमार और महिला सिपाही अंशु की टीक का गठन किया गया। पुलिस टीम ने मिली लोकेशन के आधार पर जांच किया। एक दुकानदार द्वारा दी गई जानकारी पर पुलिस ने फिर किशोरी और उसके जानकार को बरामद कर लिया। पुलिस ने किशोरी को उसके स्वजन के हवाले कर दिया है। वहीं, किशोरी के जानकार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अभी तक की पूछताछ में पता चला है कि युवक किशोरी के मामा का जानकार है।
120 दिनों में 152 गुमशुदा को तलाशा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उत्तरी जिला पुलिस द्वारा गुमशुदा की तलाश के लिए गत वर्ष नवंबर में आपरेशन तलाश अभियान की शुरुआत की गई थी। इसके लिए विशेष तौर पर पुलिस टीम का गठन किया गया है। बीते 120 दिन में इस टीम ने 152 गुमशुदा को ढूंढकर उनके स्वजन तक पहुंचा चुकी है।