कोरोना वायरस महामारी की वजह से पिछले दो सालों तक रोक के बाद इस साल कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में जोश देखा जा रहा है. सावन का महीना शुरू होने के साथ ही कावड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022) भी शुरू हो जाएगी. इसको लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नोएडा प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने अधिकारियों से 14-26 जुलाई तक होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए सड़कों पर मांस या शराब बेचने वाली सभी दुकानों को बंद कराने का आदेश दिया है. इसके लिए पुलिस ने निरीक्षण शुरू कर दिया है.
डीएम सुहास के नेतृत्व में ईद और कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए अधिकारियों की बैठक हुई. अधिकारियों ने त्योहारों के दौरान किसी शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिए जिले के अलग-अलग हिस्सों में जांच करने का फैसला भी लिया है. डीएम ने पुलिस से यह सुनिश्चित करने को कहा कि चेकिंग अभियान के दौरान किसी भी नागरिक को परेशान नहीं किया जाए. बैठक मेंपीडब्ल्यूडी अधिकारियों को बेहतर समन्वय के लिए यातायात विभाग और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के साथ काम करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि कांवड़ यात्रा से पहले सड़कों के सभी गड्ढों को ठीक किया जाए.
आवाजाही को सुगम बनाने के लिए अवरोधक हटने शुरू
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए दिल्ली-मेरठ रोड पर अवरोधक हटाना शुरू कर दिया है. इसी मार्ग से होकर श्रद्धालु हरिद्वार जाते हैं. अधिकारियों ने बताया कि गाजियाबाद यातायात पुलिस की ओर से तैयार किए गए मार्ग परिवर्तन योजना के तहत एनसीआरटीसी अपने यातायात कर्मियों को तैनात करेगा. एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने कांवड़ मार्ग के चौड़ीकरण और रैपिड रेल डिपो और प्रशासनिक भवन के निर्माण की प्रगति की निगरानी की है.
मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा को लेकर व्यापक सुरक्षा बंदोबस्त
मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा को लेकर व्यापक सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि आगामी 14 से 26 जुलाई के बीच निकाली जाने वाली कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिले को 80 सेक्टर में बांटा गया है. उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के 5000 से अधिक जवान तैनात किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि हरिद्वार और मुजफ्फरनगर समेत विभिन्न पड़ोसी जिलों के वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बुधवार को हरिद्वार में बैठक की और कांवड़ यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था में परिवर्तन पर व्यापक विचार विमर्श किया.