ग्रेटर नोएडा। सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र में पकड़ी गई ड्रग्स फैक्ट्री से बरामद हुई डायरी से चौंकाने वाले तथ्य प्रकाश में आए हैं। डायरी से पुलिस को पता चला है कि ग्रेटर नोएडा में चल रही फैक्ट्री में बनने वाली एमडीएमए ड्रग्स समुद्री रास्ते से मुंबई और गोवा भी भेजी गई।
ड्रग्स ग्रेटर नोएडा से वडोदरा सड़क मार्ग से जाती थी, वहां से समुद्र के रास्ते मुंबई और गोवा में सप्लाई की जाती थी। पिछले चार साल में 2400 करोड़ की ड्रग्स जो कि ग्रेटर नोएडा में बनी थी उसको मुंबई और गोवा में सप्लाई किया गया है।
इतनी भारी मात्रा में ड्रग्स का सप्लाई किया जाना इस ओर इशारा कर रहा है कि देश में ड्रग्स की तस्करी बड़े स्तर पर हो रही है। युवा इस नशे के आदी हो चुके हैं। गुजरात के वडोदरा की सावली तहसील के मोझी गांव में ड्रग्स का बड़ा गोदाम आरोपितों ने बना रखा था। पुलिस को आशंका है कि ग्रेटर नोएडा से सप्लाई हुई ड्रग्स का जखीरा कई अन्य राज्यों में भी मिल सकता है।
यह है मामला
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर थीटा दो स्थित तीन मंजिला मकान में चल रही अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स फैक्ट्री का पुलिस ने 16 मई की रात भंडाफोड़ किया था। मौके से अफ्रीकी मूल के नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से 46 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई है।
पुलिस ने दावा किया कि बरामद ड्रग्स की कीमत 300 करोड़ रुपये है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहली बार ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप पकड़ी है। आरोपित पिछले एक साल से फैक्ट्री चला रहे थे। फैक्ट्री का संचालन लैब के तरीके से होता था। यही ड्रग्स बनाई जाती थी।
उसको पैकेट के रूप में फ्लाइट से विदेश भेजा जाता था। पकड़े गए आरोपितों में अनुडुम इमैनुएल, जोकू उबाका, डेनियल अजूह, ड्रामेमोंड, लीवी जू, जैकेब एमिली, कोफी, चिडी जीयागवा, जोकू लेची शामिल है। सभी अफ्रीकी मूल के नाइजीरिया के रहने वाले है।