नोएडा. तमाम लोगों का दिल्ली-एनसीआर में घर खरीदने का सपना होता है.यही नहीं, इस सपने को साकार करने के लिए लोग सालों तक पाई-पाई इकट्ठी करते हैं, लेकिन नोएडा में लाखों फ्लैट बायर्स सालों से अपने घर का इंतजार कर रहे हैं. हैरानी की बात है कि उनको घर नहीं मिल रहा है. आइए जानें आखिर क्या है कहानी.
दरअसल ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुपरटेक इकोविलेज-2 (Supertech Ecovillage 2) में हजारों फ्लैट बायर्स ऐसे हैं, जो हर सप्ताह या फिर 10 दिन पर अपने अधूरे पड़े घर को पूरे परिवार के साथ देखने आते हैं. उम्मीद है कि आज नहीं, तो कल यहां अपना घर होगा, लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी हाथ खाली हैं.
श्रद्धा हत्याकांड का ट्रायल 24 फरवरी से होगा शुरू, सुनवाई के दौरान पेश होगा आरोपी आफताब
हर दिन लेकर आता है नई उम्मीद
हर सप्ताह ग्रेनो वेस्ट स्थित सुपरटेक इकोविलेज 2 में अपने फ्लैट को देखने आती हूं. 2014 में मैने यहां फ्लैट बुक किया था. मुझे जब घर दिखाने लेकर आए तो बताया गया कि यह बिल्डिंग जल्द बनकर तैयार हो जाएगी और घर आपको मिल जाएगा. आज 2023 हो गया. दस साल बाद भी मुझे मेरा घर नहीं मिला. आज तक एक ईंट भी नहीं लगी है.
फ्लैट की जगह मिलती है नई तारीख
वहीं, लता बताती हैं कि मैंने कहीं और घर खरीदा था. वहां 2018 में घर मिलना था, लेकिन देरी हो जाने के कारण बिल्डर ने कहा कि आप यहां अपना घर ले लीजिए. 2019 में आपको घर मिल जाएगा, लेकिन 2023 आ गया, मुझे मेरा घर नहीं मिला. अब हर सप्ताह या माह में एक बार घर देखने आती हूं. मैंने नौकरी में वीआरएस ले कर घर लिया था, लेकिन हाथ आज भी खाली है. वहीं, बृजेश तिवारी बताते हैं कि जे-2 टावर में 601 फ्लैट मेरा था. मैंने 2015 में फ्लैट बुक किया था. इसके लिए मैंने 36 लाख लोन लिया था, लेकिन अब तक घर नहीं मिला. अब हर तीन माह में परिवार के साथ यहां आता हूं. इस आस में कि मेरा घर कुछ तो बना होगा. लेकिन 8 साल बाद भी कुछ काम नहीं हुआ.
सुपरटेक की तरफ से मिला ये जवाब
वहीं, फ्लैट बायर्स की परेशानी के बाबत ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इकोविलेज-2 के इंचार्ज नीतीश अरोरा का कहना है कि मामला इनसॉल्वेंसी में है. फिलहाल हम कुछ नहीं बोल सकते हैं.