किरावली (आगरा)। जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर अभुआपुरा गांव में भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाला अंतरराज्यीय गिरोह सेंटर चला रहा था। किराए के घर में चल रहे सेंटर में रविवार को पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से गर्भवती महिलाओं की जांच की जा रही थी। स्वाट टीम और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर सरगना और अल्ट्रासाउंड कर रही महिला समेत चार को गिरफ्तार कर लिया। अल्ट्रासाउंड मशीन भी जब्त की गई है। जांच कराने आई महिलाओं से भी पूछताछ की जा रही है।
स्वाट टीम को मिली थी जानकारी
गांव में मानसरोवर पार्क के पास स्थित मांगेराम के घर में भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाला गैंग सक्रिय होने की जानकारी स्वाट टीम को मिली थी। दोपहर एक बजे स्वाट टीम प्रभारी अजय सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ छापा मारा। घर के बाहर महिलाओं की भीड़ लगी थी। पुलिस टीम ने घर के कमरे में पहुंची तो गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था। वहीं गर्भवती महिलाएं भी अपनी बारी का इंतजार कर रहीं थीं। पुलिस ने खेड़ा जाट निवासी विक्रमजीत, सिकंदरा के जऊपरा निवासी संजू भारद्वाज, सुनारी निवासी नरेंद्र और एत्माद्दौला के रामबाग निवासी सरिता को गिरफ्तार कर लिया।
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15 हजार रुपये में लिया था किराए का घर
पुलिस के अनुसार गिरोह का सरगना विक्रमजीत ने करीब छह माह पहले 15 हजार रुपये प्रतिमाह पर पूरा घर किराए पर लिया था। अल्ट्रासाउंड दसवीं पास सरिता करती थी। वहीं नरेंद्र भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए आगरा, मथुरा के साथ ही राजस्थान, मध्यप्रदेश और हरियाणा से गर्भवती महिलाओं को लेकर आता था। जिस समय छापा मारा गया उस समय आठ गर्भवती महिला भी मौजूद मिलीं। ये भी पता चला है कि अल्ट्रासाउंड मशीन ले जाकर अन्य गांवों में भी जांच की जाती थी। महिलाओं ने बताया कि परीक्षण के लिए 20 हजार रुपये फीस ली जाती थी। सेंटर पर मिली आठ गर्भवती महिलाओं से भी पूछताछ की जा रही है।
स्वाट टीम ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर लिंग परीक्षण गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में मथुरा और मुरैना के दो डाक्टरों के नाम सामने आए हैं। उनके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। – डा. प्रीतिंदर सिंह , पुलिस आयुक्त