Gandhi Jayanti: महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की जयंती (Gandhi Jayanti) के मौके पर केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप (Lakshadweep) को बापू की मूर्ति का तोहफा मिलने जा रहा है. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) शनिवार को यहां महात्मा गांधी की पहली प्रतिमा का अनावरण करेंगे. खास बात यह है कि राष्ट्रपिता की जयंती के मौके पर प्रशासन तीन दिन का उत्सव मना रहा है, जिसका समापन 2 अक्टूबर को होगा. हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित करने की कोशिश की गई है. करीब 10 साल पहले भी इसी तरह की योजना तैयार की गई थी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कलेक्टर एस अस्कर अली ने बताया कि 6 फीट ऊंची कांस्य की मूर्ति को कवरत्ती द्वीप पर लगाया जाएगा. 2010 में प्रतिमा स्थापित करने का असफल प्रयास हुआ था. स्थानीय रिपोर्ट्स की मानें तो तब इस मामले का जिम्मेदार रहवासियों की तरफ से मिल रहे दबाव को माना गया था. हालांकि प्रशासन ने किसी भी तरह के दबाव की बात से इनकार किया था. रिपोर्ट के मुताबिक, खबरें आने के बाद VHP कार्यकर्ताओं ने केरल के कोच्चि में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया था. उनका कहना था कि वे मूर्ति स्थापित किए जाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.
प्रशासन की तरफ से बयान जारी किया गया, ‘भारत की आजादी के लिए जान कुर्बान करने वाले हमारे महान स्वतंत्रता सेनानी के योगदान की याद में यह लक्षद्वीप में अनावरण होने वाली पहली प्रतिमा होगी. गांधी जयंती के मौके पर राष्ट्रपिता की मूर्ति का अनावरण होना और सम्मानीय रक्षा मंत्री की तरफ से इसे देश को समर्पित करना लक्षद्वीप के लिए मील का पत्थर है.’
इस बार नई मूर्ति बनाने का काम आंध्र प्रदेश के श्री साईं बाबा मेगा सिपसाला को मिला था. सितंबर में दूसरे सप्ताह में 8.2 लाख रुपये का कॉन्ट्रैक्ट जारी किया गया था. यह 15 दिनों के अंदर तैयार हो गया था. रिपोर्ट के अनुसार, अली का कहना है कि इस जश्न में शामिल होने सैकड़ों लोग आ रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘स्थापित होने से पहले राजनीति हो सकती है, लेकिन एक बार यह स्थापित हो जाए तो ऐसा नहीं है.’ 2010 में मूर्ति का कॉन्ट्रैक्ट केरल के कलाकार को मिला था.