Jal Jeevan Mission app: महात्मा गांधी जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से थोड़ी देर में उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मणिपुर और गुजरात सहित देश के पांच राज्यों में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के लाभार्थियों के साथ बातचीत करेंगे। जागरूकता पैदा करने, व्यापक पारदर्शिता लाने और जिम्मेदारी तय करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल शक्ति मंत्रालय के प्रमुख जल जीवन मिशन को समर्पित एक एप को लांच करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरान जल जीवन कोष (राष्ट्रीय जल कोष) भी लांच करेंगे, जिसमें कोई भी व्यक्ति, कोई भी संगठन, कोई कंपनी या यहां तक कि एक गैर सरकारी संगठन, चाहे वह भारत में हो या विदेश में, ग्रामीण क्षेत्र में एक स्कूल या एक नल के पानी का कनेक्शन लेने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र या आश्रम आदि के लिए धन दान कर सकता है।
गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित इस वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी देश भर में पानी समितियों और ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के साथ संवाद करेंगे और उनसे जल जीवन मिशन (जेजेएम) और इसके लाभों के बारे में बात करेंगे। महात्मा गांधी द्वारा प्रचारित ग्राम स्वराज की दृष्टि से, ग्राम सभा और पानी समिति की बैठकें पूरे भारत में आयोजित की जाएंगी और प्रधानमंत्री सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक उनसे बातचीत करेंगे। दीर्घकालिक जल सुरक्षा पर चर्चा किए जाने वाले विषयों में से एक होगा।
Jal Jeevan Mission app: क्या है जल जीवन मिशन, कब हुई शुरुआत?
भारत में अभी भी कई गांव ऐसे हैं जहां लोगों को पानी भरने के लिए कुएं पर दूसरे के घरों में या सरकारी नल पर जाना पड़ता है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को लाल किले के प्राचीर से जीवन में बदलाव लाने वाले जलजीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) की घोषणा की थी। इस मिशन का उद्देश्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल के पानी का कनेक्शन देना है।