गाजियाबाद: ई-रिक्शा चालकों पर कहर बरपा रहे जहरखुरान गिरोह का पर्दाफाश कर आठ बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच और थाना सिहानी गेट पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए बदमाशों से चार ई-रिक्शा, नशे की 600 गोलियां, लूट में प्रयुक्त बाइक व आटो बरामद किया है। आरोपितों के खिलाफ करीब 60 मुकदमे दर्ज हैं। गिरोह ने बीते एक साल में गाजियाबाद के अलावा नोएडा, दादरी, दिल्ली, मेरठ, बुलंदशहर व बागपत में 200 वारदात को अंजाम दिया है। महिला भी रहती है साथ
एसएचओ सिहानी गेट पीके त्रिपाठी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित लोनी निवासी अबरार उर्फ कल्लू, सलीम उर्फ टोला, आजम उर्फ नदीम, शाहिद, रहमत, उमाशंकर राठौर, दिल्ली के मुस्तफाबाद निवासी वकील और दिल्ली के सीलमपुर निवासी सलमान हैं। अबरार गिरोह का सरगना है। आजम ने रामपुर में भी चोरी की कई वारदात को अंजाम दिया है। गिरोह में शामिल महिला फरार है। यह महिला अबरार, आजम या रहमत के साथ यात्री बनकर आटो में बैठती है। परिवार समझकर चालक इन पर भरोसा कर लेते हैं। कई बार दो पुरुष ही ई-रिक्शा बुक कर लेते हैं। रास्ते में रोककर चाय, शीतल पेय, बिस्किट या अन्य कोई खाद्य पदार्थ खरीदते हैं। खुद भी खाते-पीते हैं और चालक से भी ऐसा करने को कहते हैं। मना करने पर कहते हैं कि हम भी तो खा रहे हैं। चालक विश्वास कर इनके दिए हुए पदार्थ का सेवन कर बेहोश हो जाता है। इसके बाद बदमाश चालक को लावारिस हालत में फेंककर ई-रिक्शा व उसकी जेब से पैसे लूटकर फरार हो जाते हैं। 200 से अधिक हैं सक्रिय सदस्य
क्राइम ब्रांच के प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि यह गिरोह ई-रिक्शा को स्क्रैप के रूप में और बैटरी को निकालकर अलग बेच देता है। एक रिक्शा के बदमाशों को करीब 20 हजार रुपये मिलते थे, जबकि नया ई-रिक्शा डेढ़ लाख रुपये में आता है। वकील झोलाछाप है, जो क्लीनिक चलाता है। खाने में मिलाने के लिए अल्प्राजोलम की गोलियों का इंतजाम यही करता है। क्राइम ब्रांच के दारोगा प्रजंत त्यागी ने हर चालक को अल्प्राजोलम की 25 से 30 गोलियां पीसकर दी जाती हैं, जिस कारण तीन दिन तक चालक बेहोशी की अवस्था में रहता है। यह गिरोह बाकी से काफी बड़ा है और दिल्ली-एनसीआर में इसके 200 से अधिक सदस्य हैं, जिनमें कई महिलाएं शामिल हैं।