नई दिल्ली। शालीमार बाग इलाके में नाबालिग ने चार दोस्तों के कहने पर बुजुर्ग दादी की हत्या की थी। उत्तर पश्चिम जिला स्पेशल स्टाफ पुलिस ने चारों आरोपित साहिल सैनी, मयंक सैनी, सन्नी बघेल व सचिन को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग पूर्व में पकड़ा जा चुका है।
जांच में पता चला कि गलत संगत में पड़ चुके नाबालिग ने गिरफ्तार चारों दोस्तों से रकम उधार ली थी। लेकिन वह रुपये लौटा नहीं पा रहा था। उसके दोस्त उस पर दबाव बना रहे थे। इसके बाद उन्होंने बुजुर्ग महिला की हत्या की योजना तैयार कर रुपये के प्रबंध करने को कहा। पुलिस ने उनसे पचास हजार रुपये, कार आदि बरामद किए हैं।
डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार माया देवी शालीमार बाग के बीएस ब्लाक में स्थित फ्लैट में पहली मंजिल पर अकेली रहती थीं। आठ जुलाई की सुबह गला रेतकर उनकी हत्या की सूचना मिली थी। ऐसे में मुकदमा दर्ज कर स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर अमित तिवारी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर विजेंद्र नागर, एसआइ कुलदीप, भरत आदि की टीम बनाई गई।
पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उसमें आरोपित नाबालिग वारदात की रात दो बार बुजुर्ग के घर में प्रवेश करते हुए बाहर निकलते देखा गया। उससे पूछताछ की गई तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
माया देवी ने कुछ वर्ष पूर्व अपने पुराने मकान को बेच दिया था। इसके बाद वे डेढ़-दो साल पूर्व बीएस ब्लाक में फ्लैट खरीद कर रहने के लिए आ गई थीं। उनके पास रकम थीं। यह बात नाबालिग को पता थी।
वीडियो काल कर दोस्तों को शव दिखाया
नाबालिग ने जब दोस्तों को कहा कि बुजुर्ग के पास रुपये हैं, लेकिन वह नहीं दे रही है तो उन्होंने हत्या कर रुपये लाने को कहा। उनके कहने पर उसने बुजुर्ग की सर्जिकल ब्लेड से गला रेत दिया।
दोस्तों को वीडियो कर बताया कि उसने हत्या कर दी। दोस्तों ने उसे अलमारी से रुपये निकालने को कहा। रुपये लेकर वह मैक्स अस्पताल की पार्किंग में पहुंचकर उन्हें एक लाख रुपये दे दिए। फिर दोबारा फ्लैट पर पहुंचकर बुजुर्ग की मौत की पुष्टि कर दरवाजे को बाहर से बंद कर पीतमपुरा स्थित घर चला गया। फिर सुबह स्कूल चला गया।
रुपये लेकर चले गए थे देहरादून
नाबालिग से रुपये लेकर चारों आरोपित कार से देहरादून चले गए थे। शालीमार बाग थाना पुलिस जब वहां पहुंची तो वहां से दिल्ली के लिए निकल गए। दिल्ली आने पर स्पेशल स्टाफ पुलिस ने चारों को दबोच लिया।