Gulmohar Apar: मानवता को शर्मसार और कलंकित कर देने वाला दिल्ली का निर्भया कांड आपको याद ही होगा। जिसमें देश की बेटी के साथ दरिंदों ने नृशंसता की सभी हदें पार कर दी थीं। भारत की उस बेटी काे न्याय दिलाने में सभी भारतवासियों ने देश और दुनिया के कोने से आवजें उठाई थीं, जिसमें उस बिटिया काे देर से ही सही, लेकिन न्याय मिला था। हालांकि इस मामले में निर्भया की मां ने एक जटिल कानूनी लड़ाई लड़ी थी आैर घटना के सात वर्ष बाद दरिंदों को मौत की सजा सुना दी गई थी। बहरहाल, इस मामले को हम इसलिए याद दिला रहे हैं क्योंकि निर्भया को इंसाफ दिला चुकीं एडवोकेट सीमा कुशवाहा ने अब कानपुर की बेटी का मुकदमा लड़ने का फैसला लिया है।
कौन हैं सीमा कुशवाहा: एडवोकेट सीमा कुशवाहा उत्तर प्रदेश की निवासी हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई की है। खास बात यह है कि जिस वर्ष निर्भया के साथ दर्दनाक घटना हुई उस वक्त सीमा ट्रेनिंग कर रही थीं। दरिंदगी की इस घटना का पता चलते ही उन्होंने बिना पैसे के इस केस को लड़ने का साहसिक निर्णय लिया था। उनके बारे में एक दिलचस्प बात यह भी है कि वे आइएएस अफसर बनना चाहती थीं, लेकिन नियति को शायद कुछ अौर ही मंजूर था।
Gulmohar Apar: यह है मामला: कल्याणपुर थानाक्षेत्र के गुलमोहर अपार्टमेंट में डेयरी कारोबारी प्रतीक का तीन दिन पहले 19 वर्षीय सेक्रेटरी को लेकर घर आया था। उस युवती की फ्लैट की बालकनी से शाम 6:45 बजे गिरकर मौत हो गई थी। मामले में दिवंगत युवती की बड़ी बहन ने डेयरी कारोबारी प्रतीक के विरुद्ध हत्या, दुष्कर्म और छेड़छाड़ की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। तहरीर में बताया गया कि 19 वर्षीय युवती नेे इंटर की परीक्षा पास की थी। कोरोना संकट के बाद नौकरी छूट जाने पर सहेली रेखा ने उसे नारामऊ स्थित माडल डेयरी में वैकेंसी के बारे में बताया। 18 सितंबर को साक्षात्कार हुआ और कालिंग व मार्केटिंग का काम मिला। 20 सितंबर को प्रतीक बहन को गुलमाेहर फ्लैट पर ले गया। शाम करीब 04:30 बजे उसने अश्लील हरकतें शुरू कर दीं, विरोध पर प्रतीक ने उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी और दुष्कर्म के बाद बहन को प्रतीक ने बालकनी से फेंक दिया।
कानपुर पहुंची सीमा कुशवाहा: दिल्ली में निर्भया का केस लड़ चुकीं अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने गुरुवार शाम बिल्हौर स्थित गांव पहुंचकर दिवंगत युवती के स्वजन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होने स्वजन को ढांढ़स बंधाते हुए उनका केस लडऩे और आरोपित को कड़ी सजा दिलाने का भरोसा दिलाया।अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने बताया कि इंटरनेट मीडिया से जानकारी मिलने पर वह गुरुवार को पीड़ित परिवार से मिलने आई हैं। देश में कहीं भी इस तरह के मामले होने पर वह वहां जाती हैं। गौरतलब है कि सीमा कुशवाहा हाथरस कांड की पीड़िता का केस भी ले चुकी हैं।
Gulmohar Apar: इंस्पेक्टर, दारोगा व दो सिपाहियों ने कराया मेडिकल: अरौल में जीटी रोड जाम करने व पथराव करने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। गुरुवार शाम को इंस्पेक्टर अनूप कुमार निगम, सिपाही राजवर्धन व ककवन थाने के दारोगा सर्वेन्द्र कुमार व सिपाही पुष्पेंद्र सिंह ने सीएचसी में मेडिकल कराया। इंस्पेक्टर अनूप कुमार निगम ने बताया कि वीडीओ के माध्यम से पथराव में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। अब तक पचास से अधिक लोगों की पहचान की जा चुकी है। वहीं पचास अज्ञात लोग भी घटना में शामिल थे। पहचान का कार्य पूरा होते ही मुकदमा दर्जकर कार्रवाई की जाएगी।